मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के जिला परिषद उम्मीदवार की हत्या के विरोध में वाम मोर्चे द्वारा आहूत 12 घंटे का त्रिपुरा बंद शांतिपूर्ण रहा। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बंद के दौरान राज्य भर में हिंसा या कोई अप्रिय घटना सामने नहीं आई। सहायक पुलिस महानिरीक्षक (कानून एवं व्यवस्था) अनंत दास ने बताया कि 12 घंटे के बंद के कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित नहीं हुआ और इसके समर्थन में कोई धरना या सभा नहीं हुई। वाहनों की आवाजाही और ट्रेन सेवाएं सामान्य रहीं, जबकि दुकान और बाजार सामान्य रूप से खुले रहे। वामपंथी दलों ने दक्षिण त्रिपुरा जिले में माकपा के जिला परिषद उम्मीदवार बादल शिल की हाल ही में हुई हत्या के विरोध में बंद का आवाह्न किया था। हालांकि माकपा ने दावा किया कि लोगों ने बंद का समर्थन किया, क्योंकि वे सड़कों, बाजारों और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों से दूर रहे। माकपा के राज्य सचिवालय सदस्य पबित्र कार ने कहा कि बंद को विफल करने के वास्ते दुकानें खुली रखने के लिए सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से बाजार समितियों पर दबाव था। भाजपा के राज्य महासचिव अमित रक्षित ने कहा कि लोगों ने वामपंथी दलों द्वारा आहूत राज्यव्यापी बंद को नकार दिया है। उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में जनजीवन सामान्य रहा, सड़कों पर वाहन चल रहे थे तथा दुकानें और बाजार सामान्य रूप से खुले रहे।
माकपा ने दावा किया कि लोगों ने बंद का समर्थन किया