देवघर, झारखंड | 12 जुलाई 2025
सावन का महीना आते ही पूरे देश में भगवान शिव की आराधना जोरों पर होती है, और झारखंड के बाबा बैद्यनाथ धाम में तो इस माह के दौरान श्रद्धा का सैलाब उमड़ता है। देवघर के इस प्राचीन ज्योतिर्लिंग मंदिर में हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु जलार्पण और पूजा-अर्चना के लिए पहुंचते हैं। इस बार भी सावन की शुरुआत होते ही बाबा बैद्यनाथ धाम भक्तों से भर गया है।
बाबा बैद्यनाथ धाम का महत्त्व
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बाबा बैद्यनाथ धाम को भारत के बारह ज्योतिर्लिंगों में एक माना जाता है।
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यह मंदिर शिव और शक्ति का संगम स्थल है, जहां सावन के पूरे महीने भक्त जलाभिषेक, शिव आराधना और भजन-कीर्तन में लीन रहते हैं।
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मान्यता है कि यहां सावन के सोमवार को शिवजी की पूजा से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
श्रद्धालुओं की भीड़ का सैलाब
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सावन मास के पहले सोमवार से ही देवघर में भक्तों की भारी भीड़ जमा होने लगी है। दूर-दराज के राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और झारखंड के अलावा अन्य राज्यों से भी श्रद्धालु बाबा के दर्शन और जल अर्पण के लिए पहुंचे हैं।
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कांवड़ यात्रा चल रही है, जिसमें लाखों भक्त गंगा जल लेकर सुल्तानगंज, पटना, भागलपुर जैसे जगहों से देवघर तक पैदल या मोटरसाइकिल से यात्रा कर रहे हैं।
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मंदिर के बाहर लगभग 5 से 6 किलोमीटर लंबी कतारें बन गई हैं, जहां श्रद्धालु घंटों लगाकर बाबा के दर्शन कर रहे हैं।
प्रशासन की तैयारियां और सुरक्षा प्रबंध
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देवघर पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता किया है। लगभग 30,000 पुलिसकर्मी और स्वयंसेवक मंदिर के आस-पास, कांवड़ मार्गों और भीड़ भरे इलाकों में तैनात हैं।
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भीड़ नियंत्रण के लिए सीसीटीवी कैमरे, ड्रोन निगरानी और आरएफआईडी आधारित प्रवेश व्यवस्था लागू की गई है ताकि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
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जगह-जगह मेडिकल कैम्प, पेयजल की व्यवस्था, मोबाइल शौचालय और हॉटलाइन नंबर स्थापित किए गए हैं।
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ट्रैफिक व्यवस्था भी दुरुस्त की गई है ताकि भीड़ के बीच आवागमन सुगम रहे।
भक्तों की आस्था और परंपरा
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सावन के दौरान कई श्रद्धालु उपवास रखते हैं और पूरे महीने जल अर्पित करते हैं।
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कुछ भक्त निर्जला उपवास रखते हुए बाबा बैद्यनाथ की यात्रा पैदल करते हैं, जो उनके लिए आस्था की पराकाष्ठा है।
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स्थानीय मंदिर समिति के अनुसार, सावन के अंतिम सोमवार को यहां सबसे ज़्यादा श्रद्धालु आते हैं और इस वर्ष वहां भीड़ रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने की उम्मीद है।
स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं की प्रतिक्रियाएं
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“हर साल सावन में यहां इतनी भीड़ लगती है, लेकिन इस बार जैसे पूरी देश की श्रद्धा देवघर में एकत्रित हो गई है। हर तरफ हर-हर महादेव के जयकारे गूंज रहे हैं।” – रामकृष्ण साहू, स्थानीय दुकानदार
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“हम हर सावन यहां आते हैं। बाबा के दर्शन के बिना सावन अधूरा लगता है। भीड़ के बीच सेवा करना भी हमारी श्रद्धा है।” – सुप्रिया देवी, श्रद्धालु
भविष्य की तैयारी
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प्रशासन ने सावन के अंतिम सोमवार के लिए विशेष इंतजाम किए हैं, जिसमें हेलीकॉप्टर निगरानी, मेडिकल इमरजेंसी टीम और भीड़ प्रबंधन के लिए अतिरिक्त बल तैनात रहेगा।
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संभावित 15–20 लाख श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था और ट्रैफिक प्रबंधन को और सख्त किया जा रहा है।