भारत जैसे विशाल और विविधतापूर्ण देश में महिलाओं की भूमिका सिर्फ घर तक सीमित नहीं रही है। वे अब शिक्षा, व्यवसाय, विज्ञान, राजनीति और रक्षा जैसे क्षेत्रों में भी अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करा रही हैं। लेकिन इस परिवर्तन को संभव बनाने में एक बड़ा योगदान सरकारी योजनाओं का भी है।
भारत सरकार ने महिलाओं के स्वास्थ्य, शिक्षा, सुरक्षा और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। यहां हम बात कर रहे हैं पांच सबसे असरदार सरकारी योजनाओं की, जिन्होंने महिलाओं की ज़िंदगी में सचमुच बदलाव लाया है।
1. प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY)
"हर माँ को मिले पोषण और सुरक्षा का अधिकार।"
इस योजना के तहत पहली बार माँ बनने वाली महिलाओं को ₹5,000 की आर्थिक सहायता दी जाती है, जिससे वे गर्भावस्था और शिशु के जन्म के समय बेहतर पोषण और स्वास्थ्य सुविधा ले सकें।
मुख्य लाभ:
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₹5,000 तीन किस्तों में: गर्भवती होने पर, जांच के समय और बच्चे के टीकाकरण के बाद।
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सरकारी अस्पताल में रजिस्ट्रेशन आवश्यक।
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मां और नवजात शिशु दोनों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता।
कौन ले सकता है लाभ:
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पहली बार गर्भवती महिलाएं
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19 वर्ष से अधिक उम्र
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भारत की नागरिकता
2. बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना (BBBP)
"बेटी है तो भविष्य है।"
लिंगानुपात में सुधार और लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 2015 में शुरू की गई यह योजना, एक सामाजिक जनआंदोलन बन चुकी है।
उद्देश्य:
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भ्रूण हत्या पर रोक।
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समाज में बेटियों को समान अधिकार।
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शिक्षा के प्रति जागरूकता।
कार्य:
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स्कूलों और गांवों में जागरूकता अभियान।
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सरकारी सेवाओं में बेटियों को प्राथमिकता।
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सुकन्या समृद्धि योजना जैसी योजनाओं से सीधा जुड़ाव।
3. प्रधानमंत्री महिला शक्ति केंद्र योजना (PMMSK)
"हर गांव की महिला को मिले जानकारी, ताकत और अवसर।"
यह योजना गांवों और कस्बों की महिलाओं को सरकारी योजनाओं की जानकारी, कौशल प्रशिक्षण और स्वरोजगार के अवसर देने के लिए शुरू की गई है।
विशेषताएं:
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जिला और ब्लॉक स्तर पर महिला शक्ति केंद्र की स्थापना।
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कॉलेज की छात्राओं को "महिला शक्ति स्वयंसेवक" के रूप में नियुक्त कर ग्रामीण महिलाओं की मदद करना।
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महिला समूहों को स्वास्थ्य, शिक्षा, कानून और रोजगार से जोड़ना।
लाभ:
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स्किल ट्रेनिंग, सरकारी योजनाओं की जानकारी, हेल्थ कैंप्स आदि।
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सामाजिक भागीदारी और सामुदायिक नेतृत्व को बढ़ावा।
4. सुकन्या समृद्धि योजना (SSY)
"बेटी के भविष्य की बचत आज से।"
बेटियों के लिए सबसे भरोसेमंद बचत योजना, जिसमें माता-पिता 10 साल से कम उम्र की बच्ची के नाम पर खाता खोलकर उसकी पढ़ाई और शादी के लिए बचत कर सकते हैं।
लाभ:
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8% तक की ब्याज दर (सरकारी दर के अनुसार)।
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टैक्स में पूरी छूट (80C के अंतर्गत)।
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परिपक्वता पर बेटी को पूरी राशि मिलती है।
योगदान:
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न्यूनतम ₹250 प्रति वर्ष
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अधिकतम ₹1.5 लाख प्रति वर्ष
5. प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY)
"स्वच्छ रसोई, स्वस्थ महिला।"
ग्रामीण और गरीब महिलाओं को मुफ्त एलपीजी गैस कनेक्शन देकर धुएं से मुक्ति दिलाने वाली यह योजना एक स्वास्थ्य क्रांति साबित हुई है।
लाभ:
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BPL परिवारों की महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन।
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मुफ्त चूल्हा और पहली बार गैस सिलेंडर भी मुफ्त।
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बाद में सब्सिडी दरों पर रिफिल।
असर:
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लाखों महिलाओं को धुएं से राहत।
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बच्चों और परिवार के स्वास्थ्य में सुधार।
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रसोई में समय और श्रम की बचत।
निष्कर्ष:
सरकार की ये योजनाएं सिर्फ सहायता नहीं हैं, बल्कि एक नई सोच और आत्मनिर्भरता का प्रतीक हैं। गांवों की गृहिणी से लेकर शहरों की युवा छात्रा तक, हर महिला को अगर सही जानकारी और संसाधन मिल जाएं, तो वह अपने जीवन की दिशा बदल सकती है।
आज ज़रूरत है कि हम इन योजनाओं की जानकारी हर उस महिला तक पहुंचाएं, जिसे इनकी सबसे ज़्यादा जरूरत है। क्योंकि जब एक महिला आगे बढ़ती है, तो पूरा समाज आगे बढ़ता है।
आप क्या कर सकते हैं?
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अपने आस-पास की महिलाओं को इन योजनाओं के बारे में बताएं।
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नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र, ग्राम पंचायत, या CSC (कॉमन सर्विस सेंटर) पर जाकर जानकारी लें।
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योजनाओं का लाभ उठाएं और दूसरों को भी प्रेरित करें।