बारिश की रिमझिम फुहारें जहां दिल को सुकून देती हैं, वहीं रसोई के लिए ये मौसम किसी सिरदर्द से कम नहीं होता। हर बार सावन आते ही किचन में रखे नमक, हल्दी, मिर्च, आटा और पापड़ जैसी चीज़ें या तो गीली हो जाती हैं, या फिर उनमें फफूंदी लग जाती है। कई बार तो बिस्किट तक नरम होकर खराब हो जाते हैं।
अगर आप भी हर साल मानसून में रसोई की चीजों को नमी से बचाने की जद्दोजहद करती हैं, तो अब आपको चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। हम लेकर आए हैं 5 बेहद आसान लेकिन असरदार टिप्स, जिनकी मदद से आप अपनी रसोई की सामग्री को बारिश की नमी से सुरक्षित रख सकती हैं — और वो भी बिना किसी खर्च के।
1. हर डिब्बे में डालें थोड़े से साबुत चावल
ये तरीका दादी-नानी के ज़माने से आज़माया जा रहा है। मसाले, नमक या बिस्किट के डिब्बों में आधा चम्मच साबुत चावल डाल दीजिए। चावल हवा की नमी को सोख लेता है, जिससे चीज़ें गीली नहीं होतीं।
🫘 2. नमक के डिब्बे में रखें कुछ साबुत चने
अगर नमक बार-बार ढेले बना रहा है, तो उसमें कुछ काले चने या मूंगफली के दाने डाल दें। ये भी नमी को सोख लेते हैं और नमक लंबे समय तक सूखा बना रहता है।
🫙 3. मसालों को एयरटाइट कंटेनर में ही रखें
मानसून में खुला या प्लास्टिक का डिब्बा इस्तेमाल करना सबसे बड़ी गलती होती है। मसालों को कांच या स्टील के एयरटाइट जार में रखें। इससे नमी अंदर नहीं जा पाएगी और मसाले ताज़ा बने रहेंगे।
4. धूप न मिले तो मसाले भून लें
बारिश के दिनों में जब धूप नहीं निकलती, तब हल्दी, मिर्च या धनिया पाउडर को हल्की आंच पर 1-2 मिनट भून लें। फिर ठंडा करके स्टोर करें। इससे उनमें मौजूद नमी उड़ जाएगी और वे लंबे समय तक खराब नहीं होंगे।
5. सिलिका जेल पैकेट्स को फेंकें नहीं
जो छोटे-छोटे सफेद पैकेट नए जूते या बैग के साथ आते हैं, वो दरअसल नमी सोखने के लिए ही होते हैं। इन्हें साफ करके मसालों या बिस्किट के डिब्बों में डाल दें। नमी इनसे दूर ही रहेगी।
कुछ और ज़रूरी टिप्स:
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मसाले हमेशा सूखे चम्मच से निकालें।
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रसोई में खिड़कियां खुली रखें ताकि वेंटिलेशन बना रहे।
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हफ्ते में एक बार चीज़ों को हल्की धूप दिखा दें।
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पापड़, नमकीन, बिस्किट आदि को ज़िप लॉक पाउच या सील-पैक डिब्बों में रखें।