"हर रिकॉर्ड टूटता है, जब जनता का विश्वास कायम रहता है।"
आज का दिन भारतीय राजनीति के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंदिरा गांधी का रिकॉर्ड पीछे छोड़ते हुए लगातार कार्यकाल में भारत के दूसरे सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले प्रधानमंत्री बन गए हैं।
मोदी ने शुक्रवार को 4,078वां दिन बतौर प्रधानमंत्री पूरा किया, जबकि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अपने पहले कार्यकाल (1966–1977) में 4,077 दिन तक देश की बागडोर संभाली थी।
एक ऐतिहासिक उपलब्धि
नरेंद्र मोदी का यह सफर 26 मई 2014 को शुरू हुआ था। पहले कार्यकाल में भारी बहुमत, फिर 2019 में और अधिक प्रचंड जनादेश, और अब 2024 में तीसरी बार सत्ता में वापसी — यह साबित करता है कि वह आज के भारत की सबसे प्रभावशाली राजनैतिक शख्सियत हैं।
अब मोदी केवल पंडित जवाहरलाल नेहरू से पीछे हैं, जिनका कार्यकाल 16 साल 286 दिन का रहा — यानी मोदी अगर 2029 तक पीएम बने रहते हैं, तो नेहरू का रिकॉर्ड भी तोड़ सकते हैं।
यह सिर्फ रिकॉर्ड नहीं, एक जनविश्वास की कहानी है
इंदिरा गांधी भारतीय राजनीति की ‘आयरन लेडी’ मानी जाती थीं। उन्हें पीछे छोड़ना आसान नहीं था — ना राजनीतिक रूप से और ना ही ऐतिहासिक आंकड़ों में। लेकिन मोदी ने ये कर दिखाया — और वो भी ऐसे दौर में जब सोशल मीडिया, विपक्षी गठबंधन, वैश्विक चुनौतियाँ और आर्थिक असंतुलन जैसे कई मोर्चों से उन्हें निरंतर चुनौती मिलती रही।
कहां से शुरू हुआ ये सफर?
गुजरात के वडनगर से निकलकर 2001 में मुख्यमंत्री, और फिर 2014 में प्रधानमंत्री — मोदी का राजनीतिक सफर खुद में एक केस स्टडी है। वे भारत के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो स्वतंत्र भारत में जन्मे और गैर-कांग्रेस पार्टी से लगातार तीन बार सत्ता में आए।
आंकड़ों की नजर में
क्रमांक | प्रधानमंत्री | लगातार कार्यकाल |
1 | जवाहरलाल नेहरू | 6,130 दिन |
2 | नरेंद्र मोदी | 4,078 दिन (अब तक) |
3 | इंदिरा गांधी | 4,077 दिन (1966–1977) |
राजनीतिक गलियारों में चर्चा
BJP कार्यकर्ताओं में खुशी का माहौल है। वरिष्ठ नेता इस उपलब्धि को "नई राजनीति का प्रतीक" बता रहे हैं। वहीं विपक्ष इस मौके पर चुप नहीं है — कुछ इसे "प्रचार आधारित राजनीति की जीत" मानते हैं तो कुछ "जनता के भरोसे की पराकाष्ठा"।
राजनीतिक विश्लेषक कहते हैं:
"यह आंकड़ा महज़ एक संख्या नहीं है, यह एक युग है — नरेंद्र मोदी युग।"