तमिलनाडु के शिवगंगा जिले में एक चौकाने वाली घटना में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 52 वर्षीय वरिष्ठ नेता सेल्वा कुमार की शनिवार रात को एक चार सदस्यीय गिरोह द्वारा धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। इस घटना ने राजनीतिक हलकों में हड़कंप मचा दिया है, और विपक्षी नेताओं ने राज्य में कानून-व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति के लिए DMK सरकार की कड़ी आलोचना की है।
गवाहों के अनुसार, कुमार स्थानीय बाजार से खरीददारी के बाद अपने मोटरसाइकिल पर घर लौट रहे थे, तभी गिरोह ने उन पर हमला कर दिया। हमलावरों ने कुमार को कई बार धारदार हथियार से हमला किया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस को सूचित किया गया और एक टीम घटनास्थल पर पहुंची।
प्रारंभिक जांच के अनुसार, कुमार को उनकी हत्या से पहले दिनों में धमकी भरे कॉल और मैसेज मिल रहे थे। हालांकि, पुलिस हत्या के पीछे का स्पष्ट motive निर्धारित नहीं कर पाई है। कुमार के परिवार ने आरोप लगाया कि उन्हें प्रतिकूल राजनीतिक समूहों से धमकियां मिल रही थीं, लेकिन पुलिस ने इसे पुष्टि नहीं की है।
पुलिस ने संदिग्धों की पहचान कर ली है, और वे मानते हैं कि हत्या का motive व्यक्तिगत था, न कि कुमार की राजनीतिक संबद्धताओं से जुड़ा हुआ। हालांकि, विपक्षी नेताओं ने इस दावे का विरोध किया है, और हत्या को राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति की स्पष्ट विफलता के रूप में देखा है।
संदिग्धों को पकड़ने के लिए आठ विशेष टीमों का गठन किया गया है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि अपराधियों को जल्द न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। जांच जारी है, और फोरेंसिक विशेषज्ञ और जांचकर्ता घटनाओं की कड़ी जोड़ने में लगे हुए हैं।
घटना ने राजनीतिक तूफान मचा दिया है, विपक्षी नेताओं ने DMK सरकार की कानून-व्यवस्था बनाए रखने में विफलता की कड़ी आलोचना की है। भाजपा राज्य अध्यक्ष K Annamalai ने संदिग्धों की तुरंत गिरफ्तारी और DMK सरकार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
भाजपा की मांगें
- संदिग्धों की तुरंत गिरफ्तारी
- DMK सरकार की बर्खास्तगी
- घटना की उच्च स्तरीय जांच
DMK सरकार ने घटना की निंदा की है और आश्वस्त किया है कि अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। हालांकि, पार्टी ने विपक्ष की बर्खास्तगी की मांग को खारिज कर दिया है, और कहा है कि यह एक अकेला मामला है और राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति को नहीं दर्शाता।
कुमार की हत्या ने तमिलनाडु में राजनीतिक नेताओं की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। विपक्षी नेताओं ने सुरक्षा उपायों को बढ़ाने की मांग की है, जिसमें कमजोर नेताओं की सुरक्षा शामिल है।
इस घटना ने सोशल मीडिया पर व्यापक आक्रोश पैदा किया है, और नेटिज़न्स ने कुमार और उनके परिवार के लिए न्याय की मांग की है। हैशटैग #JusticeForSelvaKumar ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा है, और कई यूज़र्स ने DMK सरकार की आलोचना की है।
कुमार का अंतिम संस्कार हजारों शोकाकुल लोगों, वरिष्ठ भाजपा नेताओं और विपक्षी राजनेताओं की उपस्थिति में हुआ। अंतिम संस्कार में भावनात्मक दृश्य देखे गए, और कई शोकाकुल लोग आँसू बहाते नजर आए।
सेल्वा कुमार भाजपा में एक सम्मानित नेता थे और तमिलनाडु में पार्टी की नींव बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनकी मौत ने पार्टी में एक खालीपन छोड़ दिया है, और उनके सहयोगियों ने उन्हें एक समर्पित और उत्साही नेता के रूप में याद किया है।
सेल्वा कुमार की हत्या एक दुखद याद दिलाती है कि भारत में राजनीतिक नेताओं को कितनी खतरनाक परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। यह घटना एक राजनीतिक तूफान को जन्म देती है, और विपक्षी नेता DMK सरकार के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। जैसे-जैसे जांच जारी रहती है, एक बात स्पष्ट है – न्याय होना चाहिए और अपराधियों को सजा मिलनी चाहिए।