जब मीठा खाने का मन करता है, तो अक्सर मन और शरीर के बीच जंग छिड़ जाती है , मन चाहता है स्वाद, शरीर चाहता है सेहत। ऐसे में डार्क चॉकलेट और खजूर दो ऐसे विकल्प हैं जो दोनों ही ज़रूरतों को पूरा कर सकते हैं। लेकिन सवाल उठता है , इन दोनों में से कौन है ज़्यादा फायदेमंद? आइए जानते हैं इनकी पोषण गुणवत्ता और फायदे-नुकसान के आधार पर।
पोषण के मामले में क्या कहती है तुलना?
डार्क चॉकलेट और खजूर , दोनों ही लगभग बराबर मात्रा में फाइबर और प्रोटीन देते हैं। हालांकि खजूर में नेचुरल शुगर ज्यादा होती है जबकि डार्क चॉकलेट में वसा की मात्रा ज़्यादा होती है, वो भी मुख्य रूप से हेल्दी फैट। डार्क चॉकलेट आयरन और एंटीऑक्सीडेंट्स का बेहतरीन स्रोत है, वहीं खजूर पोटैशियम, मैग्नीशियम और विटामिन B6 जैसी चीज़ों से भरपूर होता है।
डार्क चॉकलेट: स्वाद के साथ सेहत भी
डार्क चॉकलेट को हेल्दी माना जाता है, खासकर जब उसमें 70% या उससे अधिक कोको मौजूद हो। इसमें भरपूर मात्रा में फ्लैवनॉल्स होते हैं जो एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करते हैं और दिल की सेहत को बेहतर बनाते हैं। यह ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में भी मदद कर सकता है और मानसिक सतर्कता को बढ़ा सकता है। हालांकि इसमें फैट और कैलोरी अधिक होती हैं, इसलिए सीमित मात्रा में ही सेवन बेहतर होता है।
खजूर: मीठे का नेचुरल और न्यूट्रीशनल रूप
खजूर पूरी तरह से प्राकृतिक मिठास से भरपूर होता है, जिसमें किसी तरह की मिलावट नहीं होती। यह फाइबर से भरपूर होता है जो पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद है और साथ ही यह एक बेहतरीन एनर्जी बूस्टर भी है। वर्कआउट से पहले इसे लेना शरीर को ताजगी और ताकत देता है। हालांकि इसमें नेचुरल शुगर की मात्रा काफी होती है, इसलिए डायबिटीज़ से ग्रसित लोगों को इसका सेवन सीमित करना चाहिए।
कौन किस स्थिति में बेहतर है?
अगर आप वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं और कम शक्कर वाला विकल्प ढूंढ रहे हैं, तो डार्क चॉकलेट आपके लिए उपयुक्त है , बशर्ते वह उच्च कोको कंटेंट वाली हो। वहीं अगर आप प्राकृतिक मिठास और ऊर्जा की तलाश में हैं, तो खजूर बेहतर विकल्प है। आयरन और एंटीऑक्सीडेंट्स के लिए डार्क चॉकलेट श्रेष्ठ है, जबकि फाइबर और मिनरल्स की बात करें तो खजूर की उपयोगिता ज़्यादा है।
हेल्दी मीठे की आदत कैसे बनाएं?
डार्क चॉकलेट और खजूर , दोनों ही अपने-अपने फायदे रखते हैं, लेकिन इनका सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए। डार्क चॉकलेट 70% या उससे अधिक कोको वाली चुनें और दिन में एक या दो टुकड़ों तक सीमित रहें। खजूर का सेवन 2-3 नग तक रखें, खासकर सुबह या किसी फिजिकल एक्टिविटी से पहले।
इन दोनों स्वादिष्ट और सेहतमंद विकल्पों के बीच संतुलन बनाकर आप मीठा भी खा सकते हैं और अपनी सेहत का ख्याल भी रख सकते हैं।