दिल्ली, 23 अक्तूबर। दिल्ली यमुना में बढ़ते अमोनिया के स्तर को लेकर मुख्यमंत्री आतिशी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राज्यों हरियाणा और उत्तर प्रदेश पर ठीकरा फोड़ा है। यमुना में बढ़े अमोनिया स्तर की वजह से बुधवार को दिल्ली के तमाम इलाकों में सुबह के वक्त जलापूर्ति प्रभावित रही। इस समस्या के सामने आने के बाद मुख्यमंत्री ने दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों के साथ वजीराबाद जल शोधन संयंत्र का औचक निरीक्षण भी किया। आतिशी ने दावा किया कि यमुना बैराज में अमोनिया का स्तर बहुत ज्यादा पाया गया है। मंगलवार शाम को यह तीन पीपीएम था, जिसका मतलब है कि पानी को उपचार संयंत्रों में संसाधित नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि वजीराबाद, सोनिया विहार और भागीरथी समेत तीन जल शोधन संयंत्र में पानी का उत्पादन 40 फीसद तक प्रभावित हुआ है और इनको बहाल करने में तकरीबन 24 घंटे लगेंगे। आतिशी ने सोनिया विहार और भागीरथी संयंत्रों में अमोनिया में वृद्धि के बारे में कहा कि अक्तूबर में इन संयंत्रों को यमुना से पानी लेना पड़ता है क्योंकि ऊपरी गंगा नहर से आने वाला पानी तीन सप्ताह के लिए रखरखाव के चलते बंद कर दिया गया है।
यमुना के मैली होने का ठीकरा पड़ोसी राज्यों पर नहीं फोड़ें मुख्यमंत्री : भाजपा
प्रदेश भाजपा ने मुख्यमंत्री आतिशी पर लगातार गैर जिम्मेदाराना वक्तव्य देने के गंभीर आरोप लगाए हैं। पार्टी ने कहा कि जब से आतिशी ने मुख्यमंत्री का पद संभाला है वो इस तरह के बयान देती आ रही हैं। प्रदेश प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा है कि | हरियाणा एवं उत्तर प्रदेश द्वारा औद्योगिक कचरा डालने से यमुना में प्रदूषण होने का उनका बयान पूरी तरह गैर जिम्मेदार ही नहीं बल्कि झूठा है। उन्होंने वीरेंद्र सचदेवा के साथ पल्ला गांव चलें और मीडिया के सामने देखें कि हरियाणा से कितना स्वच्छ पानी आता है।