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Bangladesh crisis may affect these Indian companies[/caption]
बांग्लादेश में जारी राजनीतिक संकट के चलते कई भारतीय कंपनियों पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे और देश छोड़कर भागने के बाद हालात और भी गंभीर हो गए हैं। आइए जानते हैं कि कौन-कौन सी भारतीय कंपनियां इस संकट से प्रभावित हो सकती हैं:

1. वीआईपी इंडस्ट्रीज
- सप्लाई चेन: वीआईपी इंडस्ट्रीज के पास बांग्लादेश में 8 मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट्स हैं, जिनसे कंपनी की 30-35% क्षमता प्राप्त होती है।
- संभावित असर: बांग्लादेश की उत्पादन क्षमता में गिरावट से कंपनी की सप्लाई चेन प्रभावित हो सकती है, जिससे उत्पादों की उपलब्धता में कमी आ सकती है।
2. मैरिको
- रेवेन्यू: बांग्लादेश, मैरिको के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का एक प्रमुख हिस्सा है, जो कुल रेवेन्यू का एक चौथाई से अधिक है।
- संभावित असर: बांग्लादेश में संकट से कंपनी के रेवेन्यू में गिरावट आ सकती है।
3. डाबर, जीसीपीएल और ब्रिटानिया
- सेल एक्सपोजर: इन कंपनियों का बांग्लादेश में सेल एक्सपोजर उनके कुल रेवेन्यू का 5% से कम है।
- संभावित असर: बांग्लादेश में अस्थिरता से इन कंपनियों की सेल्स पर मामूली असर पड़ सकता है।
4. जुबिलेंट फूडवर्क्स
- डोमिनोज स्टोर: जुबिलेंट फूडवर्क्स के बांग्लादेश में 28 डोमिनोज स्टोर हैं, जो इसकी कंसॉलिडेटेड सेल का लगभग 1% है।
- संभावित असर: बांग्लादेश में स्टोर्स की संचालन में रुकावट आने से सेल्स में कमी हो सकती है।
5. ट्रेंट
- सोर्सिंग: बांग्लादेश, ट्रेंट के लिए सोर्सिंग के प्रमुख देशों में से एक है।
- संभावित असर: बांग्लादेश में संकट से सोर्सिंग प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है, जिससे उत्पादन में देरी हो सकती है।
6. एलआईसी (भारतीय जीवन बीमा निगम)
- ऑफिस बंद: एलआईसी ने बांग्लादेश में अपने कार्यालय को 5 अगस्त से 7 अगस्त तक बंद रखने की घोषणा की है।
- संभावित असर: बांग्लादेश में मौजूदा सामाजिक-राजनीतिक स्थिति के कारण एलआईसी के संचालन में अस्थाई रुकावट आ सकती है।