उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में गुरुवार को चंडीगढ़ से डिब्रूगढ़ जा रही एक ट्रेन के आठ डिब्बे मोतीगंज तथा झिलाही रेलवे स्टेशनों के बीच पटरी से उतर गए। इस घटना में दो यात्रियों की मौत हो गई तथा 34 अन्य घायल हो गए। पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि गोंडा- गोरखपुर रेल खंड पर मोतीगंज तथा झिलाही रेलवे स्टेशनों के बीच दोपहर में चंडीगढ़ डिब्रूगढ़ साप्ताहिक एक्सप्रेस ट्रेन के आठ डिब्बे पटरी से उतर गए। प्रदेश के राहत आयुक्त जीएस नवीन कुमार ने बताया कि दुर्घटना में बिहार के अररिया के रहने वाले सरोज कुमार सिंह (31) और चंडीगढ़ के निवासी राहुल (38) नामक व्यक्तियों की मौत हो गयी है।
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने इस घटना में पहले चार लोगों की मौत की पुष्टि की थी। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने इस हादसे में चार लोगों की मौत की बात कही थी। इस बारे में जिलाधिकारी ने कहा, ‘प्रथम दृष्टया जब टीमें मौके पर पहुंचीं तो लोग वहां बुरी हालत में पड़े थे। इससे भ्रम की स्थिति बन गई।’ इससे पहले मौके पर पहुंची मंडल रेल प्रबंधक सौम्या माथुर ने दो लोगों की मौत की पुष्टि की थी।
राहत आयुक्त जीएस नवीन कुमार ने बताया कि घायलों में से 30 लोगों को मामूली चोटें आई हैं, जबकि पांच गंभीर रूप से घायल थे। उनमें से 25 लोगों का मनकापुर के सामुदायिकस्वास्थ्य केंद्र में उपचार किया जा रहा है, जबकि काजीदेवर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पांच तथा गंभीर रूप से घायल तीन लोगों का जिला अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। दो घायलों को लखनऊ रेफर किया गया था मगर उनमें से एक ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि ट्रेन में 23 डिब्बे थे। उनमें से आठ डिब्बे पटरी से उतर गए थे। सभी मृतकों और घायलों को बाहर निकाला जा चुका है।
कुमार ने बताया कि हादसे के बाद करीब 40 सदस्यीय मेडिकल टीम और 15 एंबुलेंस मौके पर भेजी गई थीं। मौके पर एसडीआरएफ की टीम ने भी पहुंचकर राहत और बचाव कार्य किया। मौके पर पहुंचे केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्द्धन सिंह ने बताया कि घटनास्थल पर मौजूद यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए उन्होंने पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक से बात की है। हादसे के कारणों के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा कि रेलवे की टेक्निकल टीम जांच करके पता लगाएगी।
इस बीच, पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सब्यसाची डे ने बताया कि भारतीय रेलवे ने राहत अभियान शुरू कर दिया है और मेडिकल वैन दुर्घटनास्थल पर पहुंच गई हैं। हादसे के कारण कटिहार-अमृतसर एक्सप्रेस, आम्रपाली एक्सप्रेस, जम्मूतवी अमरनाथ एक्सप्रेस और गुवाहाटी-श्रीमाता वैष्णो देवी कटरा एक्सप्रेस समेत 10 रेलगाड़ियों को मार्ग बदलकर संचालित किया जा रहा है।