लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को मणिपुर की स्थिति पर केंद्र सरकार के खिलाफ नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि ‘मणिपुर की स्थिति में आज भी सुधार नहीं हुआ है और वह दो टुकड़ों में बंटा हुआ है’, ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी को राज्य का दौरा कर लोगों की तकलीफ सुननी चाहिए और शांति की अपील करनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि विपक्षी गठबंधन इंडिया के घटक दल मणिपुर में शांति की जरूरत को संसद में पूरी शक्ति के साथ उठाकर, सरकार पर इस त्रासदी को खत्म करने का दबाव बनाएंगे। राहुल गांधी ने गत सोमवार को मणिपुर का दौरा कर हिंसा पीड़ितों से मुलाकात की थी। उन्होंने अपने इस दौरे का एक वीडियो गुरुवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर साझा किया। उन्होंने कहा कि 22 जुलाई से आरंभ हो रहे संसद के मानसून सत्र में मणिपुर का मुद्दा उठाएंगे। उन्होंने वीडियो साझा करते हुए पोस्ट किया कि मणिपुर में हिंसा शुरू होने के बाद, मैं तीसरी बार यहां आ चुका हूं, मगर अफसोस स्थिति में कोई सुधार नहीं है, आज भी प्रदेश दो टुकड़ों में बंटा हुआ है। घर जल रहे हैं, मासूम जिंदगियां खतरे में हैं और हजारों परिवार राहत शिविर में जीवन काटने पर मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को खुद मणिपुर आ कर प्रदेशवासियों की तकलीफ सुनने के साथ ही शांति की अपील करनी चाहिए। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी और ‘इंडिया’ गठबंधन मणिपुर में शांति की जरूरत को संसद में पूरी शक्ति के साथ उठाकर, सरकार पर इस त्रासदी को खत्म करने का दबाव बनाएंगे। वीडियो के मुताबिक, जब राहुल गांधी ने महिलाओं के एक समूह के समक्ष सवाल किया कि हिंसा क्यों शुरू हुई तो उन्होंने कहा कि गलतफहमी के कारण शुरू हुई और हिंसा से किसी का फायदा नहीं है।