मध्य प्रदेश (MP): सेना की ट्रेन को निशाना बनाने की साजिश
मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में 18 सितंबर को सेना के जवानों को लेकर जा रही ट्रेन को पटरी से उतारने की साजिश रची गई। यह ट्रेन खंडवा से होते हुए तिरुवनंतपुरम जा रही थी, जिसमें सेना के अफसर, कर्मचारी और बड़ी मात्रा में असलहा मौजूद था।
रेलवे सूत्रों के अनुसार, नेपानगर के पास रेलवे ट्रैक पर 10 डेटोनेटर बिछाए गए थे। यह डेटोनेटर एक से डेढ़ फीट की दूरी पर रखे गए थे ताकि ट्रेन गुजरने पर बड़ा हादसा हो सके। लेकिन, कुछ डेटोनेटर ट्रेन के आने से पहले ही फट गए, जिससे रेलवे अधिकारियों को घटना का पता चल गया। अधिकारियों ने तुरंत ट्रेन को रोककर साजिश नाकाम कर दी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस और खुफिया एजेंसियां जांच में जुट गई हैं।
कानपुर: सिलेंडर से ट्रेन पलटने की पांचवी साजिश
उत्तर प्रदेश के कानपुर में प्रेमपुर स्टेशन के पास 17 सितंबर को एक मालगाड़ी के ट्रैक पर एक छोटा सिलेंडर रखा मिला। यह JTTN गुड्स ट्रेन कानपुर से प्रयागराज जा रही थी। लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को सिलेंडर से 10 फीट पहले रोक लिया। रेलवे अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की।
38 दिनों में कानपुर में यह ट्रेन डिरेल करने की पांचवीं साजिश थी। इससे पहले, 8 सितंबर को कालिंदी एक्सप्रेस को पटरी से उतारने की कोशिश की गई थी, जिसमें भरा हुआ सिलेंडर ट्रैक पर रख दिया गया था।
पंजाब: बठिंडा में रेलवे ट्रैक पर सरियों का बंडल
पंजाब के बठिंडा जिले में बंगी नगर के पास 17 सितंबर को एक मालगाड़ी ट्रैक पर रखी सरियों के बंडल से टकराने से बच गई। मालगाड़ी दिल्ली की ओर से आ रही थी, जब लोको पायलट ने ट्रैक पर सरियों का बंडल देखा और तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दी। इससे बड़ा हादसा टल गया। रेलवे और पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की।
मुजफ्फरपुर में इंजन के 6 पहिए बेपटरी
बिहार के मुजफ्फरपुर में 16 सितंबर की रात मुजफ्फरपुर-समस्तीपुर रेल लाइन पर एक इंजन के छह पहिए पटरी से उतर गए। यह हादसा रात 8:31 बजे हुआ। शुरुआती जांच में लोको पायलट और पॉइंटमैन की लापरवाही सामने आई।
इस दुर्घटना के कारण मुजफ्फरपुर-पुणे स्पेशल ट्रेन एक घंटे की देरी से रवाना हुई। रेलवे अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है।
रेलवे पर हादसे या आतंकी साजिश: NIA कर रही जांच
देशभर में रेलवे ट्रैक पर हाल ही में हुई कई घटनाओं ने रेलवे सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। इन घटनाओं में कभी जानबूझकर रेलवे पटरियों पर अवरोधक रखे गए, तो कभी साजिशन ट्रेन को पटरी से उतारने की कोशिशें की गईं। सुरक्षा एजेंसियां और NIA (National Investigation Agency) इन मामलों की जांच कर रही हैं, ताकि साजिशकर्ताओं का पता लगाया जा सके और ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
पिछले कुछ महीनों में हुई बड़ी घटनाएं:
- 5 जून 2023: ओडिशा के भद्रक जिले में मंजुरी रोड की रेलवे क्रॉसिंग पर एक लकड़ी का बड़ा टुकड़ा रखा गया।
- 2 अक्टूबर 2023: राजस्थान में गंगरार-सोनियाना स्टेशन के बीच रेलवे ट्रैक पर लोहे की दो प्लेट और पत्थर स्खे गए थे।
- 4 फरवरी 2024: तमिलनाडु के मदुरै में वंदे भारत ट्रेन पर पत्थर फेंके गए, जिससे 9 खिड़कियों के शीशे टूट गए।
- 12 जुलाई 2024: पश्चिम बंगाल के दुबराजपुर-चिनियाल सेक्शन के पास रेलवे ट्रैक पर अवरोध रखा गया और उसे तोड़ने की कोशिश की गई। इस मामले में शेख लादेन नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया।
- 1 अगस्त 2024: उत्तर प्रदेश के लखनऊ डिवीजन के लालगोपालगंज स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर साइकिल और गैस सिलेंडर रखा मिला, जिसमें गुलजार नाम का आरोपी गिरफ्तार हुआ।
- 5 अगस्त 2024: लालगोपालगंज स्टेशन के पास एक और घटना में साइकिल और गैस सिलेंडर मिला, इस बार गुफरान नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया।
- 17 अगस्त 2024: यूपी के कानपुर में गोविंदपुरी और भीमसेन के बीच साबरमती एक्सप्रेस के 20 डिब्बे पटरी से उतर गए। मौके से पुरानी पटरी का टुकड़ा और लोहे का क्लैंप मिला।
- 18 अगस्त 2024: मध्य प्रदेश के जबलपुर में गढ़ा के पास रेलवे ट्रैक पर लोहे की छड़ें मिलीं, जिससे चोरी की कोशिश का पता चला।
- 20 अगस्त 2024: यूपी के प्रयागराज में रेलवे ट्रैक पर बाइक का अलॉय व्हील रखा मिला, जिससे ट्रेन संख्या KNZ733541 टकराकर रुक गई। पास ही झाड़ियों में एक प्लास्टिक बैग मिला।
- 20 अगस्त 2024: भदोहरा रेलवे स्टेशन के पास दो कॉन्स्टेबल, प्रमोद कुमार और मोहम्मद जावेद, की डेडबॉडी मिलीं। एजेंसियों ने इसे साजिश माना है।
- 24 अगस्त 2024: राजस्थान के अजमेर जिले में जवाई बांध और बिरोलिया के बीच रेलवे ट्रैक पर पत्थर रखे गए।
- 23 अगस्त 2024: यूपी के फर्रुखाबाद जिले में कायमगंज-शमशाबाद के बीच ट्रैक पर लकड़ी का बड़ा टुकड़ा रखा मिला।
- 28 अगस्त 2024: राजस्थान के बारां जिले में छबड़ा गुगोर और भुलोन के बीच रेलवे ट्रैक पर एक बाइक का स्क्रैप रखा मिला, जिससे मालगाड़ी टकरा गई।
- 30 अगस्त 2024: तेलंगाना के रंगारेड्डी में लिंगमपल्ली और हफीजपेट स्टेशनों के बीच रेलवे ट्रैक पर लोहे की रॉड मिली।
- 30 अगस्त 2024: झारखंड के पलामू जिले में डाल्टनगंज और कजरी स्टेशन के बीच रेलवे ट्रैक से 100 पेंड्रोल क्लिप चोरी हो गईं।
- 30 अगस्त 2024: ओडिशा के संबलपुर में बिलासपुर-सुरला रोड स्टेशन के पास डाउन लाइन ट्रैक से स्लीपर खिसक गया और ट्रेन के फुटबोर्ड से उलझ गया।
- 4 सितंबर 2024: शिवपुरी-पाडर खेड़ा स्टेशन के बीच बौना-ग्वालियर पैसेंजर ट्रेन ट्रैक पर पत्थर से टकराई। जांच में ट्रैक के दोनों ओर पत्थर के निशान मिले।
- 4 सितंबर 2024: महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के कुर्दुवाड़ी स्टेशन यार्ड के पास ट्रैक पर एक बड़ा फाउलिंग स्टोन मिला।
- 8 सितंबर 2024: राजस्थान के अजमेर जिले में पटरियों पर सीमेंट के ब्लॉक डालकर मालगाड़ी को पटरी से उतारने की कोशिश की गई।
- 9 सितंबर 2024: यूपी के कानपुर में बैरागपुर और उत्तरीपुरा के बीच ट्रैक पर गैस सिलेंडर रखकर कालिंदी एक्सप्रेस को पटरी से उतारने की साजिश रची गई थी।
- 18 सितंबर 2024: मध्य प्रदेश के नेपानगर में दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक पर डेटोनेटर रखे गए, जिससे सेना की ट्रेन को निशाना बनाने की साजिश की गई।
- 20 सितंबर 2024: गुजरात के सूरत में अप लाइन की पटरी से फिश प्लेट और कीज हटाई गई थीं।
- 22 सितंबर 2024: कानपुर के प्रेमपुर स्टेशन के पास 5 किलो का सिलेंडर रखा गया। इमरजेंसी ब्रेक लगाकर सिलेंडर से 10 फीट पहले ट्रेन को रोका गया।
इन घटनाओं ने रेलवे और सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया है। NIA और अन्य जांच एजेंसियां इन मामलों की जांच कर रही हैं ताकि इन घटनाओं के पीछे की साजिश का पर्दाफाश किया जा सके।
रेलवे एक्ट में बदलाव की तैयारी: सख्त सजा का प्रस्ताव
रेल हादसे की साजिशों को रोकने के लिए सरकार रेलवे अधिनियम-1989 की धारा 151 में बदलाव की तैयारी कर रही है। मौजूदा प्रावधानों के तहत, ट्रेन डिरेल करने की कोशिश करने पर अधिकतम 10 साल की सजा और जुर्माने का प्रावधान है। लेकिन अब इस अधिनियम में उपधारा जोड़कर इसे देशद्रोह की श्रेणी में लाने पर विचार किया जा रहा है।
गृह मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, अगर ट्रेन डिरेल करने से हादसा होता है और जनहानि होती है, तो आरोपियों पर सामूहिक हत्या (Section 302) का मामला भी दर्ज किया जा सकता है। नए प्रावधान लागू होने पर इसमें उम्रकैद से लेकर मृत्युदंड तक की सजा का प्रावधान हो सकता है। इस प्रस्ताव पर कानूनी सलाह-मशविरा चल रहा है और जल्द ही इसे अधिसूचित किया जा सकता है।
रेलवे इंजन और संवेदनशील इलाकों में लगेंगे कैमरे
रेलवे सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए आने वाले दिनों में संवेदनशील स्थानों पर कैमरे लगाने की योजना है। रेलवे बोर्ड के अधिकारियों के मुताबिक, चुनिंदा यात्री ट्रेनों को संवेदनशील इलाकों से गुजरने से पहले लोको पायलट्स को जानकारी दी जाती है। इसके अलावा, रेलवे ट्रैक पर पुलिस और गैंगमैन द्वारा निरीक्षण बढ़ा दिया गया है।
रेल इंजन पर कैमरे लगाने की भी योजना है ताकि ट्रैक पर कोई अवरोधक होने पर तुरंत अलर्ट मिल सके और ट्रेन को समय रहते रोका जा सके।
इन सभी सुरक्षा उपायों के तहत रेलवे पटरियों पर रखे गए अवरोधों और साजिशों से निपटने के लिए और अधिक सतर्कता बरती जा रही है।