बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती तूफान दाना ने ओड़ीशा और पश्चिम बंगाल के कई जिलों में दस्तक दे दी है। देर रात मिली जानकारी के मुताबिक, दोनों राज्यों में तेज बारिश शुरू हो गई है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक तूफान गुरुवार को तट से टकराएगी और इसकी प्रक्रिया शुक्रवार की सुबह तक जारी रहेगी।
जन-जीवन अस्त-व्यस्त, हवाई उड़ानें स्थगित
इस दौरान हवा का वेग 120 किलोमीटर प्रति घंटा रहने की संभावना है। तूफान की आशंका को देखते हुए कोलकाता और भुवनेश्वर हवाई अड्डों को बंद कर दिया गया है। रेल और सड़क सेवाएं बुधवार से ही बुरी तरह प्रभावित हुईं। ओड़ीशा में 14 जिलों के 10 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि मौसम विभाग ने कहा कि चक्रवात के शुक्रवार तड़के ओड़ीशा के भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान और धामरा बंदरगाह के बीच तट से टकराने की आशंका है और इस दौरान 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। मौसम विभाग ने 24 और 25 अक्तूबर को दक्षिण बंगाल के उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, झाड़ग्राम, कोलकाता, हावड़ा और हुगली जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है। पूर्वी और दक्षिण पूर्वी रेलवे ने चक्रवात के मद्देनजर 24 और 25 अक्टूबर को 150 से अधिक रेलगाड़ियों के परिचालन को रद्द कर दिया।
दस लाख लोग सुरक्षित जगहों पर पहुंचाए गए
तूफान ‘दाना’ के कारण ओड़ीशा सिविल सेवा परीक्षा-2023 की प्रारंभिक परीक्षा स्थगित कर दी गई है। नंदनकानन चिड़ियाघर और यहां का राज्य वनस्पति उद्यान भी 24 और 25 अक्तूबर को आगंतुकों के लिए बंद रहेगा। ओड़ीशा में 14 जिलों के लगभग 10 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। केंद्रपाड़ा, भद्रक और बालासोर जिलों के निचले इलाकों में पानी भर जाने की आशंका है। चक्रवात की आमद के मद्देनजर राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), ओड़ीशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल (ओडीआरएएफ) और अग्निशमन सेवाओं की 288 बचाव टीमें तैनात की गई हैं, तथा एनडीआरएफ से अतिरिक्त कर्मियों की मांग की गई है। ओड़ीशा और पश्चिम बंगाल समेत पांच राज्यों में कुल 56 टीम तैनात की गई हैं।
मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि मौसम विभाग ने कहा कि चक्रवात के शुक्रवार तड़के ओड़ीशा के भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान और धामरा बंदरगाह के बीच तट से टकराने की आशंका है और इस दौरान 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं