नई दिल्ली: दिल्ली के नगर निगम में स्टैंडिंग कमिटी के लिए एक सदस्य का चुनाव आज आयोजित होने जा रहा है। इस चुनाव के लिए सदन की एक विशेष बैठक बुलाई गई है। दोनों प्रमुख पार्टियाँ—भाजपा और आम आदमी पार्टी (AAP)—अपनी पूरी ताकत के साथ इस पद पर अपना उम्मीदवार जिताने की कोशिश कर रही हैं। यदि बीजेपी का सदस्य जीतता है, तो स्टैंडिंग कमिटी पर उसका नियंत्रण हो जाएगा। वहीं, अगर AAP का सदस्य सफल होता है, तो दोनों पार्टियों की सदस्य संख्या 9-9 हो जाएगी। ऐसी स्थिति में टाई होने पर पर्ची निकालकर निर्णय लिया जाएगा।
दिल्ली MCD के 12 क्षेत्रों में से बीजेपी ने सात क्षेत्रों पर कब्जा कर रखा है, जबकि आम आदमी पार्टी के पास पांच क्षेत्र हैं। हर क्षेत्र से एक सदस्य चुने जाने की प्रक्रिया के तहत, बीजेपी के पास सात और AAP के पास पांच सदस्य हैं। स्टैंडिंग कमिटी में कुल छह सदस्य चुने जाते हैं। लोकसभा चुनाव से पहले, छह सदस्यों का चुनाव पहले ही हो चुका है, जिसमें दोनों पार्टियों के तीन-तीन सदस्य चुने गए थे।
कमलजीत सहरावत का स्थान खाली
स्टैंडिंग कमिटी की सदस्य कमलजीत सहरावत ने हाल ही में लोकसभा का चुनाव जीतकर सांसद का पद ग्रहण किया है, जिससे उन्होंने निगम पार्षद और स्टैंडिंग कमिटी का सदस्यता छोड़ दी है। इसी खाली पद को भरने के लिए आज का चुनाव हो रहा है।
AAP का दावा
आम आदमी पार्टी के नेताओं का कहना है कि उनके तीन निगम पार्षदों के बीजेपी में शामिल होने के बावजूद, उनकी संख्या सदन में बहुमत के लिए पर्याप्त है। वर्तमान में, AAP के पास 127 निगम पार्षद हैं, जबकि बीजेपी के पास 112 पार्षद हैं। कांग्रेस के 9 पार्षद और एक निर्दलीय पार्षद भी हैं। बीजेपी में शामिल हुए तीन पार्षदों के बाद, उनकी संख्या 115 हो गई है, लेकिन फिर भी AAP के पास 10 पार्षद अधिक हैं।
दोनों पार्टियाँ अपने-अपने जीतने के दावे कर रही हैं, और आज का चुनाव इस तकरार का एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है।