नई दिल्ली, 4 जुलाई: दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग में भी मंत्री बनाम नौकरशाह की लड़ाई शुरु हो गई है। शिक्षा मंत्री आतिशी ने तीन दिन पहले दिए अपने आदेश का विभाग में तामिल न होने का मुद्दा उठाते हुए गुरुवार को कहा कि उन्होंने मुख्य सचिव नरेश कुमार को निर्देश दिया है कि वो 5,000 शिक्षकों के तबादले का आदेश तत्काल वापस लें, जो उनकी मंजूरी के बिना जारी किया था। बता दें कि मंत्री व नौकरशाह के बीच विवाद ‘अनिवार्य हस्तांतरण’ के एक फैसले पर उपजा है। दरअसल शिक्षा निदेशालय के शिक्षण कर्मचारियों के तबादले के लिए आनलाइन अनुरोध’ शीर्षक वाले परिपत्र में एक स्कूल में 10 साल से अधिक समय तक सेवा दे चुके सभी शिक्षकों को अनिवार्य रूप से तबादले के लिए आवेदन करने का निर्देश दिया था। शिक्षामंत्री ने इसे गैर जरूरी बताते हुए रोक दिया था। लेकिन फिर भी तबादला कर दिया गया। आतिशी ने प्रेस कांफ्रेस में कहा कि उन्हें पता चला है कि इस मामले में भ्रष्टाचार हुआ है। उन्होंने कहा कि मेरे आदेशों के विपरीत शिक्षकों का तबादला किया गया। मुख्य सचिव को आदेश को वापस लेने का निर्देश दिया है। यह भी कहा है कि अगर भ्रष्टाचार या गड़बड़ी हुई है तो जांच कराई जाए।