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Heavy rains across the country 28 deaths, 939 roads closed in Gujarat; cyclone warning[/caption]
नई दिल्ली: देश भर में मौसमी तबाही का सिलसिला जारी है, जिसमें गुजरात सबसे प्रभावित राज्य है। मौसम विभाग ने गुरुवार, 29 अगस्त को 19 राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। गुजरात में पिछले चार दिनों से लगातार मूसलधार बारिश हो रही है, जिसके चलते 28 लोगों की मौत हो चुकी है और 18,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रेस्क्यू किया गया है।
गुजरात में स्थिति:
गुजरात में भारी बारिश के कारण 939 सड़कें बंद हो चुकी हैं, जिसमें 7 नेशनल हाइवे, 66 स्टेट हाइवे, 92 अन्य सड़कें और 774 पंचायत सड़कें शामिल हैं। 238 तहसीलें बाढ़ की चपेट में आ चुकी हैं। द्वारका, जामनगर, राजकोट और पोरबंदर जिलों में पिछले 12 घंटों के दौरान 50 मिमी से 200 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। मौसम विभाग ने सौराष्ट्र के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।
सेना और राहत कार्य:
राज्य में राहत और बचाव कार्यों के लिए NDRF, SDRF और सेना की 6 टुकड़ियां तैनात की गई हैं। सोशल मीडिया पर राधा यादव ने NDRF के जवानों की सहायता के लिए धन्यवाद किया, जिन्होंने सड़कों पर नावों से लोगों को बचाया।
अन्य राज्यों की स्थिति:
- दिल्ली और एनसीआर: दिल्ली में भी भारी बारिश हो रही है, जिससे कई इलाकों में पानी भर गया है और ट्रैफिक जाम की समस्या पैदा हो गई है।
- मध्य प्रदेश: तेज बारिश का दौर थम गया है, लेकिन 30 और 31 अगस्त से एक नया मौसम प्रणाली सक्रिय होगा जिससे फिर से बारिश की संभावना है।
- राजस्थान: राज्य में मानसून कमजोर हो गया है, लेकिन सितंबर की शुरुआत में फिर से बारिश होने की संभावना है।
- उत्तर प्रदेश: वाराणसी में गंगा का जलस्तर बढ़ गया है, जिसके कारण 50 से अधिक घाट डूब गए हैं। 10 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी है।
- छत्तीसगढ़: राज्य में अगले दो दिन भारी बारिश की संभावना है। 6 जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।
- हरियाणा: बारिश से सड़कों पर एक फुट तक पानी भर गया है। 4 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है।
- बिहार: हाल ही में हल्की बारिश हुई है, लेकिन अगले सात दिनों तक तेज बारिश की संभावना नहीं है।
चक्रवात की चेतावनी:
मौसम विभाग के मुताबिक, सौराष्ट्र और कच्छ के ऊपर बना गहरे दबाव का क्षेत्र पूर्वी अरब सागर में चक्रवाती तूफान में बदल सकता है। वहीं, उत्तरी बंगाल की खाड़ी में भी एक कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है, जो अगले दो दिनों में गहरे दबाव के क्षेत्र में बदल जाएगा।
मौसम विभाग और राहत एजेंसियां स्थिति पर बारीकी से निगरानी रख रही हैं और लोगों से सतर्क रहने की अपील की जा रही है।