15 अगस्त को भारत ने अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से राष्ट्रीय ध्वज फहराया और देशवासियों को संबोधित किया। यह उनके देश के नाम लगातार 11वां संबोधन था और लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटने के बाद उनका पहला स्वतंत्रता दिवस भाषण था। इस बार स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए दिल्ली में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए और पेरिस ओलंपिक 2024 में भाग लेने वाले भारतीय खिलाड़ियों को भी स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आमंत्रित किया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लाल किले से दिए भाषण पर विपक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने आरोप लगाया कि मोदी संविधान की शपथ लेते हैं और फिर बाबासाहेब अंबेडकर द्वारा बनाए गए नियमों को सांप्रदायिक बताते हैं। खेड़ा ने सवाल उठाया कि प्रधानमंत्री ने बांग्लादेशी हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए क्या कदम उठाए हैं।
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने 78वें स्वतंत्रता दिवस पर अपने आधिकारिक आवास पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने स्वतंत्रता दिवस पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं और स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को नमन किया। उन्होंने कहा कि यह दिन हमें उस बलिदान की याद दिलाता है जो हमारे नागरिकों और युवाओं ने देश के लिए दिया।
पंजाब के अमृतसर सेक्टर के डीआईजी बीएसएफ एसएस चंदेल ने अटारी-वाघा सीमा पर तिरंगा फहराया। पीएम मोदी ने कहा कि देश में यूसीसी (Uniform Civil Code) पर गंभीर चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि जो कानून धर्म के आधार पर देश को बांटते हैं, उन्हें आधुनिक समाज में स्थान नहीं मिलना चाहिए और अब एक सेक्युलर सिविल कोड की आवश्यकता है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत का सपना 2036 ओलंपिक की मे hosting करना है। भारतीय ओलंपिक संघ ने इस दिशा में पहला कदम उठाते हुए अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति के साथ बातचीत शुरू कर दी है।
पीएम मोदी ने लाल किले से अपने भाषण में कहा कि देश को कम्युनल नहीं, बल्कि सेक्युलर सिविल कोड की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कृषि व्यवस्था को ट्रांसफॉर्म करना समय की मांग है और इसके लिए सरकार किसानों को आसान ऋण और नई तकनीक की मदद दे रही है। पीएम मोदी ने कहा कि वन नेशन वन इलेक्शन का सपना साकार करना होगा ताकि देश की प्रशासनिक व्यवस्था को सुधार जा सके। उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ जारी जंग की पुष्टि की और कहा कि इसे रोकने के लिए गलत बयान दिए जा रहे हैं, लेकिन वह भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि देश के अंदर और बाहर दोनों जगह चुनौतियां हैं, लेकिन भारत इनसे पार पाएगा और नई ऊंचाइयों पर पहुंचेगा। उन्होंने विरोधियों पर हमला करते हुए कहा कि कुछ लोग भारत का भला नहीं सोचते और खुद का भला सोचते हैं। उन्होंने देशवासियों को निराशावादियों से बचने की सलाह दी। पीएम मोदी ने कहा कि हमने 1500 से अधिक पुराने कानूनों को समाप्त कर दिया है ताकि देशवासियों को कानूनी जंजाल से मुक्ति मिल सके। उन्होंने कहा कि देश का रक्षा क्षेत्र आत्मनिर्भर बन रहा है और अब भारत खुद मिसाइलों का निर्माण कर रहा है और निर्यात कर रहा है।
पीएम मोदी ने घोषणा की कि पांच साल में मेडिकल कॉलेजों में 75 हजार सीटें बढ़ाई जाएंगी ताकि छात्रों को विदेश जाकर पढ़ाई न करनी पड़े। उन्होंने रिफॉर्म्स को देश की ग्रोथ का ब्लूप्रिंट बताया और कहा कि हमने बड़े रिफॉर्म्स को जमीन पर उतारा है। पीएम मोदी ने कहा कि आदिवासियों ने स्वतंत्रता संग्राम की शुरुआत की थी और उनके संघर्ष की गाथा हमें प्रेरित करती है। उन्होंने कहा कि किसान, जवान, युवा और महिलाएं देश को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं और उनका योगदान अमूल्य है।
पीएम मोदी ने ‘वोकल फॉर लोकल’ को आर्थिक व्यवस्था का नया मंत्र बताया और कहा कि हर जिला अब अपनी उपज और उत्पादन को बढ़ावा दे रहा है। उन्होंने कहा कि देश के रक्षा क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं और अब भारत आत्मनिर्भर हथियारों का निर्माण कर रहा है। उन्होंने गरीबी उन्मूलन के लिए सरकार की योजनाओं का उल्लेख किया और कहा कि गरीबों की मदद के लिए नई योजनाएं लागू की गई हैं।