भारतीय हाकी टीम मंगलवार को ओलंपिक सेमीफाइनल में विश्व चैंपियन जर्मनी के खिलाफ मुकाबले के लिए तैयार है। अगर भारत इस मैच को जीतने में सफल रहता है, तो टीम के पदक जीतने की संभावनाएं प्रबल हो जाएंगी।
क्वार्टर फाइनल में ब्रिटेन के खिलाफ संघर्षपूर्ण मुकाबले में भारत ने जबरदस्त खेल का प्रदर्शन किया और पीआर श्रीजेश ने महत्वपूर्ण पेनल्टी शूटआउट में शानदार बचाव कर टीम को सेमीफाइनल में पहुंचाया। श्रीजेश की यह आखिरी प्रतियोगिता है और उनकी विदाई को स्वर्ण पदक के साथ खास बनाने का लक्ष्य टीम के लिए अतिरिक्त प्रेरणा का स्रोत है। भारत ने ओलंपिक में आखिरी बार 1980 में स्वर्ण पदक जीता था, और अब 44 साल बाद पेरिस में एक नया इतिहास बनाने का मौका है।
हालांकि, भारत को एक चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। ब्रिटेन के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में अमित रोहिदास को लाल कार्ड दिखाया गया, जिसके कारण वे जर्मनी के खिलाफ सेमीफाइनल में नहीं खेल पाएंगे। उनकी अनुपस्थिति से भारत की पेनल्टी कार्नर की संभावनाएं प्रभावित हो सकती हैं, और कप्तान हरमनप्रीत सिंह पर अतिरिक्त दबाव होगा।
जर्मनी, जो कि विश्व रैंकिंग में चौथे स्थान पर है, ने पहले भी भारत के खिलाफ मुकाबले खेले हैं, जिनमें से कई में भारत ने जीत हासिल की है। इस मैच को लेकर दोनों टीमों के बीच रोमांचक मुकाबला होने की उम्मीद है।