बेरूत – लेबनान और इजरायल के बीच संघर्ष तेज हो गया है। सोमवार को इजरायल डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) ने लेबनान में एक और बड़ा हवाई हमला किया, जिसमें हिजबुल्लाह के 300 से ज्यादा ठिकानों को निशाना बनाया गया। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इन हमलों में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और 400 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
आईडीएफ के प्रवक्ता डेनियल हगारी ने कहा कि सेना ने पहले से चेतावनी जारी करते हुए उन इमारतों को निशाना बनाया जहां हिजबुल्लाह ने हथियार और रॉकेट छिपा रखे थे। इजरायल ने पिछले पांच दिनों से लेबनान पर लगातार हवाई हमले किए हैं, विशेष रूप से दक्षिणी लेबनान में। इजरायली सेना का कहना है कि हमले जारी रहेंगे और हिजबुल्लाह के ठिकानों को और भी अधिक निशाना बनाया जाएगा।
More footage from Israel’s attack on Hezbollah targets across southern Lebanon. Hezbollah failed to launch a single barrage today so fat. It will, definitely, but its arsenal suffers heavy blows https://t.co/OVQd5N8luJ pic.twitter.com/YPOoBoGxII
— Guy Elster (@guyelster) September 23, 2024
लेबनान के प्रधानमंत्री की निंदा
लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने इन हमलों की कड़ी निंदा की और इसे लेबनानी गांवों और कस्बों को नष्ट करने की योजना का हिस्सा बताया। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र से इजरायल की आक्रामकता रोकने का आग्रह किया। मिकाती का कहना है कि ये हमले निर्दोष लोगों की जान ले रहे हैं और यह एक गंभीर अपराध है।
सिविलियंस को चेतावनी
इजरायल के हमले से पहले आईडीएफ ने दक्षिणी लेबनान के नागरिकों को हिजबुल्लाह के ठिकानों से दूर रहने की चेतावनी दी थी। लेबनान की राजधानी बेरूत और अन्य क्षेत्रों में नागरिकों को टेक्स्ट संदेश और रिकॉर्डेड कॉल के जरिए अपने घरों को खाली करने के निर्देश दिए गए थे।
तनाव बढ़ने की वजह
पिछले साल अक्टूबर से ही इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच तनाव बना हुआ है। हाल ही में लेबनान में कई विस्फोटों के बाद दोनों पक्षों के बीच संघर्ष और बढ़ गया। हिजबुल्लाह ने इसके लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया और जवाब में रॉकेट दागे। इसके बाद इजरायल ने भी लेबनान में हवाई हमले तेज कर दिए।