भारत के लिए मंगलवार को निराशाजनक दिन सोनम मस्कर ने उम्मीद की किरण जगाई जब कोल्हापुर की इस निशानेबाज ने यहां आइएसएसएफ विश्व कप फाइनल के पहले दिन महिला 10 मीटर एअर राइफल स्पर्धा में दूसरे स्थान पर रहते हुए रजत पदक जीता।
मात्र दो साल पहले प्रतिस्पर्धी निशानेबाजी शुरू करने वाली 22 वर्षीय सोनम को पिछले साल ही राष्ट्रीय टीम में जगह मिली थी। उन्होंने फाइनल में 252.9 का शानदार स्कोर बनाया और पेरिस ओलंपिक की रजत पदक विजेता चीन की हुआंग यूटिंग से पीछे रही जिन्होंने 254.5 का फाइनल का विश्व रेकार्ड स्कोर बनाया। आठ निशानेबाजों के फाइनल में भारत की तिलोत्तमा सेन छठे स्थान पर रही।
पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक से चूकने वाले अर्जुन बबूता पुरुषों की 10 मीटर एअर राइफल स्पर्धा में पांचवें स्थान पर रहे। चंडीगढ़ का यह युवा निशानेबाज पदक दौर में कुछ समय शीर्ष पर भी चल रहा था। चौथे एलिमिनेशन दौर में हालांकि 9.8 के खराब स्कोर के कारण कर्णी सिंह रेंज में आयोजित इस एलीट प्रतियोगिता में उनके पदक जीतने की संभावना खत्म हो गई।
ओलंपियन रिदम सांगवान महिलाओं की 10 मीटर एअर पिस्टल में कांस्य पदक से चूक गई जब पांचवें एलिमिनेशन दौर में वह सिर्फ आठ अंक ही जुटा सकीं। रिदम 197.2 अंक के साथ चौथे स्थान पर रहीं।
अभिनव बिंद्रा से प्रेरित होकर शुरू की निशानेबाजी
अभिनव बिंद्रा से प्रेरित होकर निशानेबाजी शुरू करने वाली सोनम ने कहा कि मैंने यहां इस प्रतियोगिता के लिए बेहद कड़ी मेहनत की है। यह अहसास बहुत अच्छा है कि मैंने रजत पदक जीता है। मैं इसी जगह पर ट्रेनिंग करती हूं और प्रशंसकों तथा टीम के साथियों ने मेरा उत्साहवर्धन किया जिससे मैं फाइनल के लिए बेहद प्रेरित थी।