केरल के वायनाड जिले में हुए भूस्खलन ने बड़ी तबाही मचाई है। इस घटना में 300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और 300 से ज्यादा लोग लापता हैं। राहत की एक अच्छी खबर यह है कि भूस्खलन के तीन दिन बाद एक परिवार के चार सदस्यों को सुरक्षित बचा लिया गया है।
मुंडक्कई क्षेत्र में मंगलवार तड़के हुए भूस्खलन के बाद, बचाव कर्मियों ने शुक्रवार को पदवेट्टी कुन्नू के पास एक ही परिवार के चार लोगों को सुरक्षित पाया। इस परिवार के सदस्य भूस्खलन के बाद अपने घर से अलग-थलग पड़ गए थे और उनका घर अन्य प्रभावित हिस्सों से पूरी तरह से कट गया था। इस परिवार में दो पुरुष और दो महिलाएं शामिल हैं। सेना की टीम ने उन्हें हवाई मार्ग से राहत शिविर में पहुंचाया। परिवार सुरक्षित और स्वस्थ है, हालांकि वे सदमे में हैं।
अब तक, इस भूस्खलन के कारण 85 महिलाओं और 29 बच्चों समेत 119 शवों को बरामद किया जा चुका है। बचाव दल ने बेली ब्रिज के निर्माण के बाद राहत कार्यों में तेजी लाने में मदद मिली है। लगभग 1,374 बचाव कर्मी और कई प्रशिक्षित कुत्ते छह प्रमुख क्षेत्रों में तलाशी अभियान चला रहे हैं। ग्राउंड-पेनेट्रेटिंग रडार और ड्रोन का भी उपयोग किया जा रहा है।
हालांकि इस समय भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्रों में काम जारी है, यह घटना स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर एक बड़ी चिंता का विषय बन गई है। राहत कार्यों को प्राथमिकता दी जा रही है, और भविष्य में ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए तैयारी की जा रही है।