कनाडा के सरे में एक पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के एजेंट की जिंदा जलाकर हत्या कर दी गई है। इस व्यक्ति की पहचान राहत राव के रूप में हुई है, जो कनाडा-पाकिस्तानी समुदाय से ताल्लुक रखते थे और सरे में एक फॉरेक्स एक्सचेंज का संचालन करते थे। यह घटना तब हुई जब एक व्यक्ति उनके कार्यालय में आया और उनके ऊपर आग लगा दी, फिर वहां से फरार हो गया।
राहत राव की हत्या की घटना के पीछे की वजह को लेकर विभिन्न अटकलें लगाई जा रही हैं। रिपोर्टों के अनुसार, राहत राव की हत्या का संभावित कनेक्शन खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या से जोड़ा जा रहा है। सितंबर 2023 में, निज्जर की हत्या के सिलसिले में कनाडा में राव से पूछताछ की गई थी। हालांकि, कनाडाई पुलिस ने इस संबंध में कोई आधिकारिक जानकारी साझा नहीं की है। निज्जर की हत्या में पाकिस्तान की ISI के शामिल होने की आशंका जताई जा रही है, जिसके चलते कनाडा और पाकिस्तान के संबंधों में तनाव उत्पन्न हो गया है।
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बीच इस मुद्दे को लेकर तकरार रही है। ट्रूडो ने निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की “संभावित” संलिप्तता का आरोप लगाया था, जबकि भारत ने इस आरोप को “बेतुका” बताते हुए खारिज कर दिया। भारत का कहना है कि कनाडा अपनी धरती पर सक्रिय खालिस्तान समर्थक तत्वों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने में विफल रहा है।
इस मामले ने भारत और कनाडा के बीच राजनयिक संबंधों में और तनाव बढ़ा दिया है, और भारत ने कनाडा से मांग की है कि वह भारत विरोधी तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करे जिन्होंने भारतीय नेताओं और संस्थानों को हिंसा के जरिए धमकाया है।