प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आठ और नौ जुलाई को रूस की दो दिवसीय यात्रा पर जाएंगे, जहां वह 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे और इन दोनों देशों के बीच बहुआयामी संबंधों की संपूर्ण समीक्षा की जाएगी। विदेश मंत्रालय ने बताया कि रूस की अपनी यात्रा समाप्त करने के बाद मोदी आस्ट्रिया जाएंगे जो 41 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की आस्ट्रिया की पहली यात्रा होगी। करीब पांच साल में मोदी की यह पहली रूस यात्रा होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आठ और नौ जुलाई को रूस की दो दिवसीय यात्रा पर जाएंगे, जहां वह 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे और इन दोनों देशों के बीच बहुआयामी संबंधों की संपूर्ण समीक्षा की जाएगी। विदेश मंत्रालय ने बताया कि रूस की अपनी यात्रा समाप्त करने के बाद मोदी आस्ट्रिया जाएंगे जो 41 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की आस्ट्रिया की पहली यात्रा होगी। करीब पांच साल में मोदी की यह पहली रूस यात्रा होगी। रूस की उनकी पिछली यात्रा 2019 में हुई थी जब उन्होंने व्लादिवोस्तोक में एक आर्थिक सम्मेलन में शिरकत की थी। भारत के प्रधानमंत्री और रूस के राष्ट्रपति के बीच वार्षिक शिखर सम्मेलन दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को लेकर सर्वोच्च संस्थागत संवाद तंत्र है। अब तक भारत और रूस में बारी-बारी से 21 वार्षिक शिखर सम्मेलन आयोजित हो चुके हैं।
जी-7 देशों द्वारा मूल्य सीमा तय करने के बावजूद रूस से भारत को होने वाले कच्चे तेल के आयात में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इससे कई पश्चिमी देशों में खरीद को लेकर बेचैनी बढ़ी है। मोदी रूस से आस्ट्रिया जाएंगे। वह नौ और 10 जुलाई को आस्ट्रिया में रहेंगे। विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह 41 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की आस्ट्रिया की पहली यात्रा होगी। वह आस्ट्रिया गणराज्य के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वान डेर बेलन से मुलाकात करेंगे और आस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहमर के साथ वार्ता करेंगे।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह 41 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की आस्ट्रिया की पहली यात्रा होगी। वह आस्ट्रिया गणराज्य के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वान डेर बेलन से मुलाकात करेंगे और आस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहमर के साथ वार्ता करेंगे।