प्रधानमंत्री मोदी की कुरुक्षेत्र सभा: किसानों, जवानों और आरक्षण पर जोर

हरियाणा के कुरुक्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सभा में किसानों, जवानों और आरक्षण के मुद्दों को प्राथमिकता दी। 47 मिनट के भाषण में उन्होंने केंद्र सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए राज्य के लोगों को चेताया कि अगर कांग्रेस को चुना गया तो हरियाणा की स्थिति हिमाचल प्रदेश जैसी हो सकती है, जहां कांग्रेस सरकार आने के बाद आर्थिक संकट गहरा गया है।

किसानों के लिए सरकार की योजनाएं

मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत किसानों की बात से की। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने ‘सम्मान निधि’ के तहत किसानों को 3.5 लाख करोड़ रुपये दिए हैं, जिससे उनके सिर पर कर्ज का बोझ नहीं बढ़ा। उन्होंने आगे कहा कि किसानों के हित में भाजपा सरकार लगातार काम कर रही है, और उन्होंने विपक्षी पार्टियों, खासकर कांग्रेस पर निशाना साधा, जिनके शासन में किसानों के हितों की अनदेखी हुई थी।

जवानों का सम्मान और धारा 370

मोदी ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का उल्लेख करते हुए हरियाणा के जवानों की सराहना की, जो देश की रक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। उन्होंने कहा कि पहले हरियाणा के जवान हर हफ्ते तिरंगे में लिपटे हुए घर आते थे, लेकिन अब हालात बेहतर हुए हैं।

कांग्रेस पर तीखा हमला

प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर सीधा हमला करते हुए कहा कि यह पार्टी एक परिवार तक सीमित है और दलित समाज इसके कार्यों को देख रहा है। उन्होंने आरक्षण के मुद्दे पर भी कांग्रेस की आलोचना की, यह दावा करते हुए कि कांग्रेस आरक्षण खत्म करने की योजना बना रही है। मोदी ने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार में आरक्षण को कोई खतरा नहीं है और वे इसे रत्ती भर भी नुकसान नहीं होने देंगे।

हरियाणा के लिए घोषणाएं और चेतावनी

सभा के दौरान मोदी ने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी की तारीफ करते हुए राज्य के लिए 25 हजार नौकरियों का वादा किया। उन्होंने हरियाणा के लोगों से अपील की कि वे कांग्रेस को सत्ता में लाकर राज्य को आर्थिक संकट में न डालें, जैसा कि हिमाचल प्रदेश में हुआ है। मोदी ने ‘डबल इंजन’ सरकार के फायदे भी गिनाए, जिसमें राज्य और केंद्र की भाजपा सरकार के संयुक्त प्रयासों से विकास को गति मिली है।

सभा के दौरान के कुछ दिलचस्प क्षण

मंच पर एक दिलचस्प क्षण तब आया जब मुख्यमंत्री नायब सैनी प्रधानमंत्री मोदी को पगड़ी पहनाने लगे, लेकिन पगड़ी ठीक से नहीं बैठी। इस पर सैनी ने मोदी की मदद की। इसके अलावा, जब सैनी मोदी के पीछे से मंच पर जाने लगे, तो मोदी ने उनका हाथ पकड़कर उन्हें आगे से जाने का इशारा किया, जिससे दोनों नेताओं के बीच सौहार्द का दृश्य देखने को मिला।

प्रधानमंत्री की इस सभा का मुख्य संदेश साफ था – भाजपा के नेतृत्व में देश और राज्य दोनों का विकास सुनिश्चित है, जबकि कांग्रेस की वापसी से आर्थिक संकट और अव्यवस्था बढ़ सकती है।

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