रेलवे दो साल में दस हजार डिब्बों का करेगा निर्माण
Published on July 10, 2024 by Vivek Kumar
आम रेल यात्रियों के सफर को सुविधाजनक बनाने के मकसद से भारतीय रेलवे अगले दो वित्त वर्षों में 10,000 गैर-वातानुकूलित डिब्बों का निर्माण करने जा रहा है। उत्तर रेलवे ने मंगलवार को एक बयान में यह जानकारी देते हुए कहा कि इस पहल का मकसद आम रेल यात्रियों के लिए सुविधाएं बढ़ाना है। अगले दो वर्षों में 10,000 गैर-वातानुकूलित डिब्बे बनाए जाने के बाद कुल यात्री डिब्बों में इनका हिस्सा 22 फीसद बढ़ जाएगा। वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान रेलवे सामान्य (जनरल) श्रेणी के 2,605 डिब्बे, शयनयान (स्लीपर) श्रेणी के 1,470 डिब्बे और एसएलआर (गार्ड एवं दिव्यांगों के लिए निर्धारित) श्रेणी के 323 डिब्बों के साथ 32 पार्सल वैन और 55 पैंट्री कार का निर्माण भी करेगा। बयान के मुताबिक, यात्रियों की सुविधा को बेहतर बनाने के लिए तैयार इस निर्माण कार्यक्रम में अमृत भारत ट्रेनों के लिए भी सामान्य, शयनयान और एसएलआर कोच शामिल हैं। इसी तरह वित्त वर्ष 2025-26 में भी सामान्य श्रेणी के 2,710 डिब्बे, शयनयान श्रेणी के 1,910 डिब्बे, 514 एसएलआर डिब्बे, 200 पार्सल वैन और 110 पैंट्री कार का निर्माण किया जाएगा। बयान के मुताबिक कि रेलवे का ध्यान गैर-वातानुकूलित डिब्बों में सफर करने वाले यात्रियों के लिए पर्याप्त और बेहतर सुविधाएं सुनिश्चित करने के साथ यात्रियों की बदलती जरूरतों एवं मौसमी उतार- चढ़ाव के अनुरूप आराम और उपलब्धता को बढ़ाने पर है।
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