भारत ने बांग्लादेश में हिंसक विरोध-प्रदर्शन को शुक्रवार को उस देश का आंतरिक मामला करार दिया। विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम बांग्लादेश में अपने नागरिकों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश से 245 भारतीय सुरक्षित स्वदेश लौट आए हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि 8,500 विद्यार्थियों सहित लगभग 15,000 भारतीय वर्तमान में बांग्लादेश में रह रहे हैं और वे सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि जैसा कि आप जानते हैं, बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन जारी हैं। हम इसे उस देश का आंतरिक मामला मानते हैं। प्रवक्ता ने कहा कि हमने बांग्लादेश में रहने वाले भारतीय नागरिकों एवं हमारे विद्यार्थियों को उनकी सुरक्षा और आवश्यकता पड़ने पर सहायता के लिए एक परामर्श जारी किया है। हमसे संपर्क करने के लिए हेल्पलाइन नंबर चौबीसों घंटे सक्रिय हैं। जायसवाल ने कहा कि हमारा उच्चायोग (हालात पर) नियमित रूप से अद्यतन जानकारी प्रदान करेगा। मैं भी नियमित रूप से अद्यतन जानकारी साझा करूंगा। मैं परिवार के सदस्यों से आग्रह करता हूं कि वे नवीनतम जानकारी के लिए हमारे द्वारा साझा जानकारी पर ध्यान दें। जायसवाल ने कहा कि हम बांग्लादेश में अपने नागरिकों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि ढाका स्थित भारतीय उच्चायोग वहां रह रहे भारतीय छात्रों की सुरक्षित वापसी के लिए स्थानीय अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में है। बांग्लादेश से शुक्रवार रात आठ बजे तक 245 भारतीय सुरक्षित स्वदेश लौट आए, जिसमें से 125 विद्यार्थी हैं। सूत्रों ने बताया कि भारतीय उच्चायोग ने नेपाल के 13 छात्रों की सुरक्षित वापस के लिए भी मदद की।
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने जताई चिंता
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस के प्रवक्ता ने कहा कि गुतारेस बांग्लादेश के घटनाक्रम पर करीब से नजर रख रहे हैं और वहां जारी हिंसा से बेहद चिंतित हैं। बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण व्यवस्था को लेकर देश में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। गुतारेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने गुरुवार को नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘हम ढाका और बांग्लादेश के अन्य स्थानों पर घटनाक्रम पर नजर रख रहे हैं साथ ही सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील करते हैं।’ संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने बांग्लादेश सरकार से बातचीत के लिए अनुकूल माहौल तैयार करने की अपील की, साथ ही गतिरोध दूर करने के लिए प्रदर्शनकारियों से बातचीत में शामिल होने का आग्रह किया। दुजारिक ने कहा, ‘हिंसा कोई हल नहीं है।’ उन्होंने कहा कि गुतारेस बेहतर विश्व के निर्माण में युवाओं की सार्थक और रचनात्मक भागीदारी को प्रोत्साहित करते हैं। उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव बांग्लादेश में जारी हिंसा से बहुत चिंतित हैं जिसमें 20 से अधिक लोगों की मौत हुई है।