बांग्लादेश में हिंसा का कहर जारी है, जिसमें अवामी लीग और उसके सहयोगी संगठनों के नेताओं और उनके परिवारों को निशाना बनाया जा रहा है। कोमिला और अन्य क्षेत्रों में भीड़ द्वारा किए गए हमलों में कम से कम 20 लोग मारे गए हैं।
कोमिला में हिंसा और आगजनी
कोमिला में गुस्साई भीड़ के हमलों में कम से कम 11 लोग मारे गए। अशोकतला में पूर्व पार्षद मोहम्मद शाह आलम के तीन मंजिला घर में आग लगने से छह लोगों की मौत हो गई, जिनमें पांच किशोर भी शामिल थे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि भीड़ ने घर पर हमला किया और ग्राउंड फ्लोर में आग लगा दी, जिससे तीसरी मंजिल पर शरण लिए लोग धुएं से जलकर मर गए।
शेख हसीना के इस्तीफे के बाद हिंसा
प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे और देश छोड़ने के बाद सतखीरा में हुए हमलों में कम से कम 10 लोग मारे गए। अवामी लीग के नेताओं के घरों में तोड़फोड़ और लूटपाट की घटनाएं हुईं।
नटोर-2 में सांसद के घर पर हमला
नटोर-2 निर्वाचन क्षेत्र के सांसद शफीकुल इस्लाम शिमुल के घर पर भी गुस्साई भीड़ ने हमला किया। आगजनी में चार लोगों की मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, भीड़ ने शेख हसीना के इस्तीफे की खबर सुनने के बाद सांसद के घर को आग के हवाले कर दिया।
फेनी और लालमोनिरहाट में हिंसा
फेनी में जुबा लीग के दो नेताओं के शव बरामद हुए, जिनमें से एक नेता का शव पुल के नीचे मिला। लालमोनिरहाट में जिला एएल संयुक्त महासचिव सुमन खान के घर से छह शव बरामद किए गए, जहां सोमवार को भीड़ ने आग लगा दी थी। बोगरा में भी जुबा लीग के दो नेताओं की हत्या की गई।
स्थिति की गंभीरता
इस हिंसा और उपद्रव के चलते बांग्लादेश में कानून व्यवस्था की स्थिति अत्यंत गंभीर हो गई है। अवामी लीग के नेताओं और उनके परिवारों को निशाना बनाकर हमलों का सिलसिला जारी है, जिससे देश में राजनीतिक अस्थिरता और तनाव की स्थिति बनी हुई है।