आरएसएस की वार्षिक बैठक, में शताब्दी समारोह और संगठनात्मक विस्तार पर होगी चर्चा

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की शुक्रवार से यहां हो रही तीन दिवसीय वार्षिक बैठक में संगठनात्मक विस्तार एवं शताब्दी समारोह समेत अहम मुद्दों पर चर्चा होगी। संघ के एक पदाधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि संघ प्रमुख मोहन भागवत और सभी प्रांत प्रचारक इस बैठक में हिस्सा लेंगे। संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में देशभर में मंडल स्तर (10-15 गांवों का समूह) पर संगठन का विस्तार करने की योजना प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि फिलहाल, हमारी 73,000 शाखाएं हैं और हमारा लक्ष्य उसे बढ़ाकर एक लाख तक ले जाने का है। देशभर में हर ‘मंडल’ में कम से कम एक शाखा लगाने की योजना बनाई जा रही है। (बैठक में) संघ के आगामी शताब्दी समारोह पर चर्चा भी होगी। संगठन 2025 में विजयादशमी पर 100 साल पूरे कर लेगा। शताब्दी वर्ष के लिए कार्य विस्तार की योजना को पूरा करने के प्रयास के तौर पर देशभर में 3,000 स्वयंसेवक ‘शताब्दी विस्तारक’ के रूप में दो वर्ष कार्य करेंगे। 2024-25 के वास्ते भागवत एवं अन्य अखिल भारतीय पदाधिकारियों की यात्रा योजना पर भी इस वार्षिक बैठक में चर्चा होगी। हमारी शाखाओं को बेहतर बनाने, संगठन में शामिल होने वाले नए लोगों के लिए हम क्या कर सकते हैं, इन बातों तथा इस वर्ष शुरू किए गए खेलों के विषयों भी चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि संघ का यह सुनिश्चित करने लक्ष्य है कि उसके द्वारा दी जा सेवाओं से कोई भी स्थान वंचित न रहे। इस तीन दिवसीय बैठक में प्रांतीय प्रभारी आगामी वर्ष में विभिन्न संगठनात्मक कार्यक्रमों के क्रियान्वयन पर भी चर्चा करेंगे। प्रांत प्रचारक पूर्णकालिक संघ कार्यकर्ता होते हैं जो अपने (संघ के) 46 ‘प्रांतों’ या संगठनात्मक प्रांतों के प्रभारी होते हैं। यह तीन दिवसीय बैठक 14 जुलाई को समाप्त हो जाएगी।

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