देहरादून में अमर शहीद हवलदार श्री सुबाब सिंह सजवाण की स्मृति में निर्मित शहीद द्वार का अनावरण किया गया। इस समारोह में सैनिक कल्याण मंत्री श्री गणेश जोशी ने शहीद के चित्र पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और शहीद की वीरांगना मुन्नी देवी को सम्मानित किया।
सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने इस अवसर पर कहा कि कारगिल युद्ध में भारतीय सेना ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया था और देश की सेना ने अपने शौर्य और पराक्रम से हमेशा भारत का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेई को स्मरण करते हुए बताया कि युद्ध के दौरान शहीद हुए जवानों के पार्थिव शरीर को सैन्य परंपराओं के साथ उनके पैतृक घर भेजा गया था।
मंत्री ने यह भी कहा कि केंद्र और राज्य सरकार ने सैनिकों के कल्याण के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उन्होंने बताया कि सैनिकों का कोई धर्म या जाति नहीं होती, और उनका सम्मान करना और उनकी वीरता को सराहना हर नागरिक का कर्तव्य है। भाजपा की केंद्र और राज्य सरकार इस दिशा में निरंतर कार्यरत है।
गणेश जोशी ने कहा कि प्रदेश भर में शहीद द्वार का निर्माण, शहीदों के नाम पर विद्यालयों और सड़कों का नामकरण किया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार द्वारा शहीदों के आश्रितों को सरकारी नौकरी दी जा रही है, और अब तक 26 शहीदों के आश्रितों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है।
मंत्री ने आगामी अक्टूबर में देहरादून के गुजियाल गांव में भव्य सैन्य धाम के निर्माण की जानकारी भी दी, जिसे प्रदेश की जनता को समर्पित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पहले शहीद द्वार का निर्माण संस्कृति विभाग द्वारा किया जाता था, लेकिन अब से यह कार्य सैनिक कल्याण विभाग द्वारा किया जाएगा।
कारगिल शहीद हवलदार सुबाब सिंह सजवाण 10वीं गढ़वाल राइफल में तैनात थे और उत्तराखंड के चंबा, टिहरी गढ़वाल के निवासी थे। वे 13 मई 1999 को प्रास सेक्टर में कारगिल युद्ध के ऑपरेशन विजय के दौरान शहीद हुए थे। ऑपरेशन विजय के दौरान देश के 527 जवान शहीद हुए थे, जिनमें उत्तराखंड के 75 जवान शामिल थे। इनमें से 37 जवानों को उनकी बहादुरी के लिए वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
इस अवसर पर शहीद की पत्नी मुल्ती देवी, निदेशक सैनिक कल्याण ब्रिगेडियर अमृत लाल, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्जल वीरेंद्र भट्ट, संगठन महासचिव देवेंद्र डोभाल, उपाध्यक्ष मेजर महावीर सिंह रावत, कर्नल रघुवीर सिंह भंडारी, मंडल अध्यक्ष प्रदीप रावत, मोहन बहुगुणा, भूपेंद्र कवेत, रमेश प्रधान, बीएम थापा और सेना के ले. कर्नल कीटा जोशी सहित कई प्रमुख लोग उपस्थित रहे।