बांग्लादेश में जारी राजनीतिक हलचल के बीच एक बड़ा दावा सामने आया है। पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के बेटे साजिब वाजेद जॉय ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI पर गंभीर आरोप लगाए हैं। जॉय का कहना है कि बांग्लादेश में फैली अशांति और हिंसा के पीछे ISI का हाथ है।
उन्होंने कहा, “परिस्थितिजन्य साक्ष्य स्पष्ट रूप से पाकिस्तान की ISI की संलिप्तता की ओर इशारा कर रहे हैं। ये हमले और विरोध प्रदर्शन न केवल पूरी तरह से योजनाबद्ध थे, बल्कि सोशल मीडिया के माध्यम से स्थिति को भड़काने के लिए किए गए थे। सरकार ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए हर संभव प्रयास किया, लेकिन इसके बावजूद विरोधियों ने इसे और खराब करने की कोशिश की।”
जॉय का कहना है कि दंगाइयों द्वारा पुलिस पर किए गए हमले में इस्तेमाल की गई बंदूकें और हथियार केवल आतंकवादी संगठनों या विदेशी शक्तियों द्वारा ही उपलब्ध कराए जा सकते हैं। उनका यह भी दावा है कि उनकी मां, शेख हसीना, लोकतंत्र की बहाली होते ही बांग्लादेश वापस लौटेंगी।
इस बीच, जॉय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत सरकार का धन्यवाद करते हुए अपील की है कि भारत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बांग्लादेश में लोकतंत्र बहाल करने का दबाव बनाए। जॉय ने यह भी कहा, “अवामी लीग भारत का सदाबहार सहयोगी है, और भारत को अवामी लीग के नेताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाना चाहिए।”
उन्होंने बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति पर गहरी चिंता जताते हुए कहा, “देश अराजकता की स्थिति में बदल रहा है और अगर यही हालात रहे तो बांग्लादेश दक्षिण एशिया में दूसरा अफगानिस्तान बन सकता है।”
जॉय ने साफ किया कि शेख हसीना की वापसी का सवाल अभी तय नहीं हुआ है कि वह राजनीति में सक्रिय रहेंगी या नहीं, लेकिन उनका बांग्लादेश लौटना तय है। उन्होंने कहा, “हम अपने लोगों को इस संकट में अकेला नहीं छोड़ सकते। अवामी लीग बांग्लादेश की सबसे पुरानी और सबसे बड़ी पार्टी है, और हम अपने लोगों के साथ खड़े रहेंगे।”