15 अगस्त – स्वतंत्रता दिवस पर गर्व से भाषण
सुप्रभात दोस्तों,
आज हम यहाँ एक ऐसे खास दिन को मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं जो हमारे देश की महानता और स्वतंत्रता का प्रतीक है। 15 अगस्त, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की ऐतिहासिक उपलब्धियों का प्रतीक है और हमारे देश की स्वतंत्रता की 77वीं वर्षगांठ के अवसर पर, हमें गर्व और सम्मान के साथ अपने राष्ट्र की स्वतंत्रता का उत्सव मनाना चाहिए।
हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने इस धरती की कोख से जन्म लेकर, अपने खून-पसीने और बलिदान से हमें आज़ादी का उपहार दिया। महात्मा गांधी, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, सुभाष चंद्र बोस और कई अन्य शूरवीरों ने अपने अदम्य साहस और बलिदान से हमें एक स्वतंत्र देश का सपना देखने का हक़ दिया। उन्होंने हर कठिनाई को झेला, लेकिन कभी भी अपने उद्देश्य से विचलित नहीं हुए।
आज हम यहाँ खड़े होकर, उन महान योद्धाओं को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं जिन्होंने हमें स्वतंत्रता दिलाने के लिए अपनी जान की परवाह नहीं की। हमें उनकी आदर्शों और बलिदानों को अपने जीवन में उतारने का संकल्प लेना चाहिए, ताकि हम भी अपने देश की उन्नति और विकास में अपना योगदान दे सकें।
स्वतंत्रता केवल एक शब्द नहीं है, बल्कि यह जिम्मेदारी और कर्तव्य का भी प्रतीक है। एक स्वतंत्र नागरिक होने के नाते, यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपने देश को एक बेहतर स्थान बनाएं। हमें भ्रष्टाचार, असमानता, और अन्य सामाजिक बुराइयों से लड़ना होगा। शिक्षा, स्वच्छता, और सामाजिक समरसता के क्षेत्र में अपने प्रयासों को बढ़ाना होगा।
हमारे संविधान ने हमें अधिकार दिए हैं, लेकिन उन अधिकारों का सही उपयोग करना हमारी जिम्मेदारी है। हमें अपने कर्तव्यों को निभाते हुए, एकजुट होकर, अपने देश को नए ऊंचाइयों तक पहुंचाने का संकल्प लेना चाहिए।
आइए, इस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर, हम सभी मिलकर अपने देश के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को निभाने का वादा करें। चलिए, हम सभी मिलकर एक ऐसे भारत का निर्माण करें, जो न केवल स्वतंत्र हो बल्कि समृद्ध और खुशहाल भी हो।
जय हिंद!
धन्यवाद।