जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में शनिवार को तीन आतंकवादी मारे गए। पुलिस ने बताया कि उत्तरी कश्मीर जिले में पट्टन इलाके के चक टप्पर क्रीरी में सुरक्षाबलों ने शुक्रवार देर रात घेराबंदी कर तलाश अभियान शुरू किया था। पुलिस अधिकारी के अनुसार इलाके में तलाश अभियान के दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी की, जिसके बाद उनके बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। सुरक्षाबलों ने इलाके को चारों तरफ से घेर लिया था और सुबह हुई मुठभेड़ में उन्होंने तीन आतंकवादियों को मारा गिराया।
आतंकवादियों की शिनाख्त की कोशिश की जा रही है साथ ही इस बात का भी पता लगाया जा रहा है कि वे किस संगठन से जुड़े थे। अभियान अभी जारी है। उधर, राजौरी में सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार घुसपैठ की कोशिश कर रहे आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में एक सैन्यकर्मी घायल हो गया। मुठभेड़ नौशेरा सेक्टर के कलाल इलाके में उस समय हुई जब नियंत्रण रेखा की रखवाली कर रहे सेना के जवानों ने इस तरफ घुसपैठ की कोशिश कर रहे आतंकियों के एक समूह को रोका। पिछले एक हफ्ते में नौशेरा में आतंकियों द्वारा घुसपैठ की यह दूसरी कोशिश थी।
इससे पहले नौ सितंबर को इस सेक्टर के लाम इलाके में नियंत्रण रेखा के पास भारी हथियारों से लैस दो आतंकी मारे गए थे। सेना के जवानों ने कुछ आतंकियों को देखा और उन्हें चुनौती दी, जिसके बाद कुछ समय तक गोलीबारी जारी रही। आतंकी पास के जंगल में भाग गए और उन्हें ढूंढ़ने और बेअसर करने के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा जम्मू-कश्मीर में हाल में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ों के बाद सुरक्षाबलों ने शनिवार को किश्तवाड़, उधमपुर, पुंछ और राजौरी जिलों के कुछ हिस्सों में आतंकवाद रोधी अभियान तेज कर दिए हैं।
अधिकारियों ने यह जानकारी दी। जम्मू- कश्मीर में उधमपुर जिले के बसंतगढ़ के ऊपरी इलाकों में 11 सितंबर को हुई मुठभेड़ में जैश- ए-मोहम्मद संगठन से जुड़े दो आतंकी मारे गए। इसके बाद, किश्तवाड़ जिले के ऊपरी इलाकों में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में एक जूनियर कमीशंड अधिकारी समेत दो सैन्यकर्मी शहीद हो गए जबकि दो अन्य घायल हो गए जिसके बाद तलाश अभियान चलाया गया। किश्तवाड़ जिले में छतरू पट्टी के अंतर्गत पिंगनल दुगड्डा के जंगलों में संयुक्त अभियान दूसरे दिन भी जारी है और आतंकियों की खोज कर रहे दलों की मदद के लिए अतिरिक्त बलों को बुलाया गया है। दो जवानों के शहीद होने और दो अन्य के घायल होने संबंधी घटना के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों को पकड़ने के मकसद से यह अभियान चलाया जा रहा है। इलाके की चारों ओर से घेराबंदी कर दी गई है और सुरक्षाबल आतंकवादियों का पता लगाने के लिए ड्रोन और अन्य आधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल कर रहे हैं। आतंकी मुठभेड़ के बाद अंधेरे और घने जंगल का फायदा उठाकर भाग गए थे।