कैमरों के आगे संविधान को माथे से लगाना सिर्फ ढोंग : राहुल गांधी

उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में डकैती में शामिल एक व्यक्ति की पुलिस मुठभेड़ में मौत को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि कैमरों के सामने संविधान को माथे से लगाना महज दिखावा है ‘जब आपकी सरकारें इसका खुलेआम उल्लंघन कर रही हैं।’ लोकसभा में विपक्ष के नेता गांधी ने मांग की कि उत्तर प्रदेश में सभी संदिग्ध मुठभेड़ों की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। अधिकारियों ने बताया कि सुल्तानपुर में आभूषण की एक दुकान में डेढ़ करोड़ रुपए की डकैती में शामिल वांछित अपराधी मंगेश यादव गुरुवार सुबह पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया। यादव की गिरफ्तारी पर एक लाख रुपए का इनाम था। पुलिस के अनुसार, यादव मिशिरपुर पुरैनी गांव में उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्यबल के साथ मुठभेड़ में मारा गया। राहुल गांधी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में आरोप लगाया कि भाजपा शासित राज्यों में ‘कानून और संविधान’ की धज्जियां वही उड़ा रहे हैं, जिन पर उनका पालन कराने की जिम्मेदारी है।

मंगेश यादव की मुठभेड़ में मौत ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि भाजपा कानून के शासन में विश्वास ही नहीं करती। मंगेश के परिवार के आंसू पूरे देश से सवाल पूछ रहे हैं-कौन जिएगा और कौन नहीं, इसका फैसला अदालत करेगी या पुलिस ? कांग्रेस नेता ने कहा कि एसटीएफ जैसे पेशेवर पुलिस बल को भाजपा सरकार में ‘आपराधिक गिरोह’ की तरह चलाया जा रहा है, जिस पर केंद्र सरकार की चुप्पी इस ‘ठोको नीति’ पर उनकी स्पष्ट सहमति है। उन्होंने कहा कि यूपी एसटीएफ की दर्जनों मुठभेड़ सवालों के घेरे में हैं। क्या आज तक उनमें से किसी भी अधिकारी पर कोई कार्रवाई हुई? आखिर कौन उन्हें बचा रहा है और क्यों? कैमरों के आगे संविधान को माथे से लगाना सिर्फ ढोंग है, जब आपकी सरकारें ही उसकी खुलेआम धज्जियां उड़ा रही हों।