
आदिवासी रेजीमेंट बने, ताकि आदिवासियों को सेना में मिले अलग पहचान :मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन
Published on June 26, 2024 by Vivek Kumar
मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने भारतीय सेना के जनरल ऑफिसर, कमांडिंग-इन-चीफ, ईस्टर्न कमांड और लेफ्टिनेंट जनरल रामचंद्र तिवारी से जाट रेजीमेंट, बिहार रेजीमेंट, पंजाब रेजीमेंट, सिख रेजीमेंट और मद्रास रेजीमेंट की तर्ज पर आदिवासी रेजीमेंट बनाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि आदिवासी रेजीमेंट के गठन से देश भर के आदिवासियों को सेना में अलग पहचान भी मिलेगी। सीएम ने कहा कि भारतीय सेना में झारखंड युवा आदिवासी अपनी सेवा देते आ रहे हैं। फौज बाली में यहां के आदिवासियों को और ज्यादा से ज्यादा अवसर प्राप्त हो, इस दिशा में पहल की आवश्यकता है। लेफ्टिनेंट जनरल रामचंद्र तिवारी ने मुख्यमंत्री को भरोसा दिलाया कि इस दिशा में सेना की स्थानीय जीओसी के माध्यम से आदिवासियों को सेना बहाली के योग्य तैयार करने के लिए प्रशिक्षण समेत अन्य सभी सहयोग किया जाएगा। लेफ्टिनेंट जनरल तिवारी मंगलवार को प्रोजेक्ट भवन में मुख्यमंत्री से मुलाकात कर रहे थे। इस बैठक में सीएम के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार, लेफ्टिनेंट जनरल राजेंद्र पुरी, मुख्यमंत्री के सचिव अरवा राजकमल, मेजर जनरल परमवीर सिंह डागर, कर्नल वीएस आडकर और मेजर जनरल एमपी सिंह मौजूद थे।

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