ऊर्जा गंगा पाइपलाइन परियोजना अगले साल मार्च तक होगी पूरी

देश के पूर्वी हिस्सों में पर्यावरण के लिहाज से अनुकूल ईंधन पहुंचाने की देश की सबसे महत्त्वाकांक्षी 12,940 करोड़ रुपए की ‘ऊर्जा गंगा’ गैस पाइपलाइन परियोजना के निर्माण में नौ महीने की देरी होगी। अब इसका निर्माण मार्च 2025 तक पूरा किया जाएगा। सार्वजनिक क्षेत्र की गेल (इंडिया) लिमिटेड ने इसकी जानकारी दी है। गेल ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा कि 3,306 किलोमीटर लंबी जगदीशपुर-हल्दिया बोकारो-धामरा पाइपलाइन का निर्माण इस साल जून तक पूरा किया जाना था। लेकिन उपयोग के अधिकार (आरओयू) में हुई देरी की वजह से परियोजना के पूरा होने का समय संशोधित कर अब मार्च, 2025 कर दिया गया है। पाइपलाइन संबंधी ज्यादातर कार्य पहले ही हो चुके हैं और इस मार्ग के अधिकांश शहरों में गैस का प्रवाह भी शुरू हो गया है। परंपरागत तौर पर उपलब्ध प्राकृतिक गैस का इस्तेमाल बिजली पैदा करने, उर्वरक बनाने, सीएनजी और रसोई गैस के रूप में किया जाता है। अक्तूबर 2016 में उत्तर प्रदेश के जगदीशपुर से पश्चिम बंगाल के हल्दिया, झारखंड के बोकारो और ओड़ीशा के धामरा तक पाइपलाइन बिछाने का काम शुरू किया गया था। देश के पूर्वी क्षेत्र के प्रदेशों तक ईंधन पहुंचाने के लिए पाइपलाइन का विस्तार बिहार के बरौनी से असम के गुवाहाटी तक (726 किमी) तक बढ़ाया गया।

News by Hindi Patrika