भारत और श्रीलंका के बीच टाई वनडे मैच पर सुपर ओवर का प्रावधान
2 अगस्त को भारत और श्रीलंका के बीच खेले गए पहले वनडे मैच में टाई के बावजूद सुपर ओवर का आयोजन नहीं हुआ। मैच के बाद फैंस ने देखा कि खिलाड़ियों और अंपायरों ने हाथ मिलाया और मैच समाप्त हो गया, जिससे कई लोगों ने यह सवाल उठाया कि जब मैच टाई था तो सुपर ओवर क्यों नहीं हुआ?
इसका जवाब आईसीसी के नियमों में छिपा है। टी20 इंटरनेशनल मैचों में, अगर मैच टाई हो जाता है तो सुपर ओवर का प्रावधान होता है, जो कि मैच को एक स्पष्ट विजेता देने के लिए लागू किया जाता है। हालांकि, वनडे इंटरनेशनल (ODI) में ऐसा कोई नियम नहीं है। ODI मैचों में सुपर ओवर का प्रावधान केवल बहु-राष्ट्र टूर्नामेंट के नॉकआउट मैचों के लिए होता है।
अब तक, वनडे क्रिकेट में केवल तीन सुपर ओवर हुए हैं:
- 2019 वर्ल्ड कप का फेमस फाइनल – यह वनडे क्रिकेट का पहला सुपर ओवर था, जो खुद टाई हो गया था और अंत में बाउंड्री काउंट के आधार पर विजेता का निर्णय लिया गया था।
- 2020 में जिम्बाब्वे और पाकिस्तान के बीच मैच – यह एक द्विपक्षीय वनडे मैच था जिसमें सुपर ओवर हुआ।
- 2023 वर्ल्ड कप क्वालीफायर में वेस्टइंडीज और नीदरलैंड के बीच मैच – यह वनडे क्रिकेट का सबसे हालिया सुपर ओवर था।
इसलिए, भारत और श्रीलंका के बीच टाई वनडे मैच में सुपर ओवर का आयोजन नहीं हुआ क्योंकि यह एक द्विपक्षीय सीरीज का सामान्य मैच था, न कि नॉकआउट मैच। आईसीसी के नियमों के अनुसार, सुपर ओवर का प्रावधान केवल विशेष परिस्थितियों में होता है।