जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों की बड़ी सफलता: लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर ढेर

जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले में सोमवार, 17 जून की सुबह सुरक्षाबलों ने लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के कमांडर उमर अकबर लोन उर्फ जाफर को मार गिराया। जाफर पट्टन का निवासी था। इलाके में अभी भी 2 से 3 आतंकियों के छिपे होने की आशंका है और उनकी तलाश के लिए सेना का ऑपरेशन जारी है।

अरागाम के जंगलों में रविवार, 16 जून को फायरिंग की आवाज सुनाई दी थी। इसके बाद सेना और पुलिस ने मिलकर सर्च ऑपरेशन शुरू किया। सोमवार सुबह तलाशी अभियान तेज होते ही आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। ड्रोन फुटेज में मारे गए आतंकी जाफर का शव जंगल में दिखाई दिया।

उधर, 9 जून को रियासी में तीर्थयात्रियों की बस पर हुए आतंकी हमले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप दी गई है। गृह मंत्रालय के आदेश पर इस केस में नई FIR दर्ज की गई है। 16 जून को गृह मंत्री ने जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति पर एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में उन्होंने आतंकवाद को खत्म करने और आतंकियों की मदद करने वालों पर सख्ती बरतने के निर्देश दिए।

इस बैठक में गृह सचिव, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल, CRPF के महानिदेशक (DG) अनीश दयाल, RAW, IB, सेना और पुलिस के अधिकारी उपस्थित थे।

9 जून के बाद से बढ़े आतंकी हमले

9 जून के बाद से जम्मू-कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में चार आतंकवादी हमले हो चुके हैं, जिनमें रियासी, कठुआ और डोडा शामिल हैं। इन हमलों में नौ तीर्थयात्री मारे गए हैं और एक केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) का जवान शहीद हुआ है। इसके अलावा, एक नागरिक और सात सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं।

सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों के खिलाफ अपने अभियान को तेज कर दिया है और इलाके में तलाशी अभियान जारी है ताकि शेष बचे आतंकवादियों को भी पकड़ा जा सके। सरकार और सुरक्षा एजेंसियां मिलकर इस चुनौती का सामना कर रही हैं और आतंकवाद के खिलाफ कठोर कदम उठा रही हैं।

जम्मू-कश्मीर में 9 से 12 जून तक हुए चार आतंकी हमलों का सिलसिलेवार विवरण

तारीख: 12 जून, रात 8:20 बजे
स्थान: डोडा, जम्मू
क्या हुआ: डोडा के गंडोह क्षेत्र में कोटा टॉप में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) के कॉन्स्टेबल फरीद अहमद घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज डोडा में भर्ती कराया गया है। फिलहाल, इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है।

तारीख: 11 जून, रात 1-2 बजे
स्थान: डोडा, जम्मू
क्या हुआ: आतंकियों ने डोडा के भद्रवाह-पठानकोट मार्ग पर स्थित 4 राष्ट्रीय राइफल्स और पुलिस की संयुक्त चेकपोस्ट पर फायरिंग की। इस हमले में 5 जवान और एक स्पेशल पुलिस ऑफिसर (SPO) घायल हो गए। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन कश्मीर टाइगर्स (जेईएम/जैश) ने ली है।

तारीख: 11 जून, देर शाम 8 बजे
स्थान: कठुआ, जम्मू
क्या हुआ: पाकिस्तान बॉर्डर से लगे हीरानगर के सैदा सुखल गांव में दो आतंकियों ने घरों का दरवाजा खटखटाकर पानी मांगा। ग्रामीणों को शक होने पर उन्होंने दरवाजे बंद कर शोर मचाया। इस पर आतंकियों ने फायरिंग की, जिससे एक ग्रामीण घायल हो गया। डीआईजी और एसएसपी के पहुंचने पर एक आतंकी ने उनकी गाड़ी पर फायरिंग की और ग्रेनेड फेंकने के दौरान मारा गया। अगले दिन, 12 जून को जारी मुठभेड़ में एक और आतंकी मारा गया। पुलिस ने उसके पास से अमेरिका निर्मित एम4 कार्बाइन बरामद की। ऑपरेशन अभी भी जारी है, क्योंकि सुरक्षाबलों को एक और आतंकी के छिपे होने की आशंका है।

तारीख: 9 जून, शाम 6:15 बजे
स्थान: रियासी, जम्मू
क्या हुआ: मोदी सरकार के शपथ ग्रहण के दिन कंदा इलाके में शिव खोड़ी से कटरा जा रही बस पर आतंकियों ने 25-30 राउंड फायरिंग की। इस हमले में ड्राइवर को गोली लगी और बस खाई में गिर गई। इस घटना में 9 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 41 लोग घायल हो गए। पुलिस ने संदिग्ध आतंकी का स्केच जारी किया और 20 लाख रुपए का इनाम रखा। 200 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई और सर्च ऑपरेशन जारी है।

इन घटनाओं के बाद जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया गया है और सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों के खिलाफ अपने अभियानों को तेज कर दिया है। सरकार और सुरक्षा एजेंसियां मिलकर इस चुनौती का सामना कर रही हैं और आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदम उठा रही हैं।

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