शनिवार, 27 जुलाई 2024 को दिल्ली में नजफगढ़ से नरेला जा रही एक क्लस्टर बस में बम की धमकी मिलने के बाद यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। बक्करवाला इलाके में एक सीएनजी पंप के पास बस रोक दी गई और सभी यात्रियों को जल्दी से बाहर निकाल दिया गया। दिल्ली पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इलाके को घेर लिया और बम निरोधक दस्ते और बम जांच टीमों को बुलाया।
बम की धमकी की खबर फैलते ही घटनास्थल पर बड़ी भीड़ जमा हो गई, जिससे वहां और भी अधिक हंगामा और भ्रम पैदा हो गया। पहले से ही डरे हुए यात्री इस हंगामे से और परेशान हो गए। बस चालक, जो गुमनाम रहना चाहते थे, ने घटनाओं का वर्णन किया। उन्होंने कहा, “हम अपनी नियमित मार्ग पर थे जब एक यात्री मेरे पास आया और फुसफुसाकर बताया कि बस में बम है। मैंने तुरंत बस रोक दी और कंडक्टर को सूचित किया, जिन्होंने फिर पुलिस को सूचना दी।”
कंडक्टर, जो इस अनुभव से भी हिले हुए थे, ने बताया, “हमने जल्दी से सभी यात्रियों को बाहर निकाला और उन्हें सुरक्षित दूरी पर ले गए। पुलिस जल्दी ही पहुंच गई और स्थिति को संभाल लिया।” यात्री, जो दो घंटे से अधिक समय तक वहां फंसे रहे, को पुलिस द्वारा पानी और नाश्ता प्रदान किया गया।
बम निरोधक दस्ते और बम जांच टीमों ने बस की पूरी तरह से तलाशी ली, लेकिन कोई विस्फोटक नहीं मिला। हालांकि, उन्हें सर्किट बोर्डों वाला एक प्लास्टिक बैग मिला, जिसे शुरू में बम समझा गया था। आगे की जांच में पाया गया कि वे वस्तुएं हानिरहित थीं।
दिल्ली पुलिस ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है, लेकिन किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है, क्योंकि यह एक गलतफहमी का मामला था। पुलिस सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा कर रही है ताकि उस यात्री की पहचान की जा सके जिसने बम की धमकी दी थी।
इस घटना ने दिल्ली में सार्वजनिक परिवहन की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। पुलिस ने धमकी का तुरंत जवाब दिया, लेकिन यह घटना सार्वजनिक बसों पर सुरक्षा उपायों को बढ़ाने की आवश्यकता को उजागर करती है। दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) ने आश्वासन दिया है कि वह अपने यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाएगा।
घटना से डरे हुए यात्रियों ने दिल्ली पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया की प्रशंसा की है। एक यात्री ने कहा, “हम बहुत डर गए थे, लेकिन पुलिस ने स्थिति को पेशेवर तरीके से संभाला।” एक अन्य यात्री ने कहा, “हम आभारी हैं कि यह एक झूठी धमकी थी और कोई हानि नहीं हुई।”
इस घटना ने धमकी देने वाले यात्री की मानसिक स्थिति पर भी सवाल उठाए हैं। एक मनोवैज्ञानिक ने कहा, “यह स्पष्ट है कि जिसने धमकी दी थी वह परेशान था। मानसिक स्वास्थ्य मुद्दों को संबोधित करना आवश्यक है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं रोकी जा सकें।”
अंत में, दिल्ली बस में बम की धमकी यात्रियों के लिए एक डरावना अनुभव था, लेकिन सौभाग्य से, यह बिना किसी हानि के समाप्त हो गया। यह घटना सार्वजनिक परिवहन पर सुरक्षा उपायों को बढ़ाने और मानसिक स्वास्थ्य मुद्दों को संबोधित करने की आवश्यकता को उजागर करती है। दिल्ली पुलिस ने दिखा दिया है कि वे ऐसी घटनाओं का तुरंत जवाब देने में सक्षम हैं, और सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इस क्षमता को बढ़ाना महत्वपूर्ण है।