भारत के लिए खेल जगत से बड़ी खुशखबरी आई है। लगभग 20 साल बाद देश को एक बार फिर कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी मिली है। कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स फेडरेशन की जनरल असेंबली में आधिकारिक घोषणा की गई कि 2030 Commonwealth Games का आयोजन अहमदाबाद में होगा। यह फैसला भारत के लिए न सिर्फ सम्मान की बात है, बल्कि विश्व खेल मानचित्र पर अपनी मजबूत वापसी का अवसर भी है।
क्यों चुना गया अहमदाबाद?
अहमदाबाद पिछले कुछ वर्षों में तेजी से एक स्पोर्ट्स सिटी के रूप में उभरा है।
• शहर में विश्वस्तरीय स्टेडियम और आधुनिक खेल सुविधाएँ विकसित की जा रही हैं।
• एथलीट विलेज, मल्टी-स्पोर्ट्स एरीना और बेहतर ट्रांसपोर्ट कनेक्टिविटी ने इसकी दावेदारी को मजबूत किया।
• नरेंद्र मोदी स्टेडियम जैसे बड़े परिसर अंतरराष्ट्रीय आयोजनों के लिए अहमदाबाद को खास बनाते हैं।
इन्हीं कारणों से 2030 के सेंचुरी कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए अहमदाबाद को चुना गया।
भारत के लिए क्या है इसका महत्व?
2030 का संस्करण बेहद खास है क्योंकि यह कॉमनवेल्थ गेम्स के 100 साल पूरे होने का साल होगा। ऐसे में भारत के लिए यह आयोजन और भी प्रतिष्ठित अवसर है।
• इससे भारत की खेल शक्ति और वैश्विक पहचान मजबूत होगी।
• युवा खिलाड़ियों को प्रेरणा और अंतरराष्ट्रीय exposure मिलेगा।
• स्पोर्ट्स इन्फ्रास्ट्रक्चर, रोजगार और पर्यटन में भारी बढ़ोतरी की उम्मीद है।
2010 के बाद 2030 — 20 साल का इंतजार खत्म
भारत ने आखिरी बार 2010 में दिल्ली में कॉमनवेल्थ गेम्स आयोजित किए थे। अब 2030 में देश के पास एक नया मौका है कि वह एक शानदार, पारदर्शी और विश्वस्तरीय आयोजन कर अपनी छवि को और मजबूत करे।
2030 के गेम्स में शामिल खेलों की सूची अगले साल तक तय होगी। क्रिकेट T20 को शामिल करने की संभावना को लेकर काफी चर्चा है। अहमदाबाद में खेल परिसरों को अपग्रेड करने और नई सुविधाएँ बनाने का काम जल्द शुरू होगा।