जयशंकर ने म्यांमा के विदेश मंत्री से मुलाकात की भारत की सीमा पर हिंसा को लेकर जताई चिंता

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने म्यांमा के विदेश मंत्री यू थान श्वे से बुधवार को हुई मुलाकात के दौरान पड़ोसी देश में हिंसा एवं अस्थिरता का असर भारतीय सीमा पर पड़ने को लेकर भारत की गहरी चिंता साझा की और म्यावाडी शहर में फंसे भारतीयों को यथाशीघ्र वापस लाने में सहयोग की मांग की। जयशंकर ने थान श्वे से नई दिल्ली में मुलाकात की, जो अपनी एक विदेश यात्रा के बाद म्यांमा लौट रहे थे और दिल्ली रुके हुए थे। वह म्यांमा के उपप्रधानमंत्री भी हैं। म्यांमा में एक फरवरी, 2021 में तख्ता पलट के बाद शासन पर सैन्य जुंटा का कब्जा होने के बाद पड़ोसी देश के वरिष्ठ नेता से भारत के विदेश मंत्री की यह पहली सार्वजनिक मुलाकात है। मुलाकात के बाद सोशल मीडिया मंच एक्स पर जारी पोस्ट में विदेश मंत्री ने कहा कि उन्होंने म्यांमा में भारत की चल रही परियोजनाओं की ‘विश्वसनीय सुरक्षा’ के लिए जोर दिया और पड़ोसी देश के लोकतांत्रिक पथ पर यथाशीघ्र लौटने का आह्वान किया। जयशंकर ने पड़ोसी देश में जारी हिंसा और अस्थिरता का भारत- म्यांमा सीमा पर विशेष रूप से होने वाले असर को रेखांकित किया। म्यांमा के कई हिस्सों में सैन्य जुंटा और विद्रोही बलों के बीच लड़ाई चल रही है। विद्रोही बलों ने पहले ही कई शहरों पर कब्जा कर लिया है। जुटा रोधी (सैन्य शासन विरोधी) बलों ने अप्रैल में कई सैन्य ठिकानों और म्यावाडी के कमान केंद्र पर कब्जा कर लिया था। जयशंकर ने बैठक में थान श्वे को यह भी बताया कि भारत, म्यांमा की स्थिति से निपटने के लिए सभी हितधारकों के साथ बातचीत को तैयार है। जयशंकर ने पोस्ट किया, ‘म्यांमा के उपप्रधानमंत्री-सह-विदेश मंत्री यू थान श्वे के आज नई दिल्ली पहुंचने पर उनसे मुलाकात की।

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने म्यांमा के विदेश मंत्री यू थान श्वे से नई दिल्ली में मुलाकात की, जो अपनी एक विदेश यात्रा के बाद म्यांमा लौट रहे थे और दिल्ली रुके हुए थे।

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