
केरल के वायनाड में भूस्खलन से भारी तबाही, 123 की मौत और 128 लोग घायल
Published on July 31, 2024 by Vivek Kumar
[caption id="attachment_8006" align="alignnone" width="1920"]
Devastating landslide in Wayanad, Kerala Death toll rises, rescue operations underway[/caption]
केरल के पर्वतीय वायनाड जिले में मंगलवार तड़के हुई भारी बारिश के बाद भूस्खलन की घटनाओं में कम से कम 123 लोगों की मौत हो गई और 128 लोग घायल हो गए। सैकड़ों लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका है जिससे मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन को इस संकट से निपटने के लिए केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने मृतकों के परिजनों के लिए दो-दो लाख रुपए की अनुग्रह राशि और घायलों को 50-50 हजार रुपए देने की घोषणा की। राज्य सरकार ने दो दिन के राजकीय शोक का एलान किया है।
मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बताया कि भूस्खलन से मरने वाले 34 व्यक्तियों के शवों की पहचान हो चुकी है और 18 शवों को मृतकों के परिवारों को सौंप दिया गया है। विजयन ने कहा कि पोथुकल में चलियार नदी से 16 शव बरामद हुए हैं और कई लोग अभी भी फंसे हो सकते हैं।
भूस्खलन के कारण कई मकान जमींदोज हो गए हैं, नदियां उफान पर हैं और पेड़ उखड़ गए हैं। सेना, नौसेना और एनडीआरएफ के बचाव दल खराब मौसम के बीच पीड़ितों की तलाश में जुटे हैं। सेना ने स्थायी पुल बह जाने के बाद अस्थायी पुल की मदद से करीब 1000 लोगों को बचाया है।
मेप्पडी जिले के पर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद कई भूस्खलन हुए हैं जिससे मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। बचावकर्मियों को नदियों और कीचड़ से लोगों के अंग बरामद हो रहे हैं जिससे मृतकों की सही संख्या का पता लगाना मुश्किल हो रहा है।
भूस्खलन प्रभावित इलाकों में मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टमाला और नूलपुझा गांव शामिल हैं। कई लोग अपने प्रियजनों के शवों को देखकर रोते-बिलखते नजर आए।
रक्षा बलों ने बचाव अभियान में मदद के लिए 122 इन्फैंट्री बटालियन (टीए) मद्रास की 43 कर्मियों की टीम को तैनात किया है। अतिरिक्त टुकड़ियों, चिकित्सा दलों और उपकरणों को भी भेजा गया है। वायु सेना के दो हेलीकॉप्टर और नौसैनिक दल भी बचाव कार्य में लगे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने "एक्स" पर लिखा, "वायनाड में कुछ जगहों पर भूस्खलन की खबर से व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजन को खोया है और जो घायल हुए हैं, मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।"
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि लोगों की सहायता और मदद पहुंचाने के लिए भारी मशीनों और खोजी कुत्तों की टीमों को हवाई मार्ग से पहुंचाया जा रहा है।
इस बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी से बात कर भूस्खलन प्रभावित वायनाड में सेना इकाइयों द्वारा चलाए जा रहे बचाव एवं राहत कार्यों का जायजा लिया।

Categories: राज्य समाचार