जब कोई भारतीय अंतरिक्ष में कदम रखता है, तो वह केवल विज्ञान की सीमाओं को नहीं छूता, बल्कि पूरे देश के गर्व, आत्मसम्मान और भावनाओं को भी नई ऊंचाई देता है। ऐसा ही गर्व का क्षण तब आया जब भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से भारत को सलामी दी और कहा, “आज का भारत आत्मविश्वासी, निडर और गर्व से भरा है। इसलिए आज का भारत भी सारे जहाँ से अच्छा लगता है।”
दिल रहा भारत के साथ, अंतरिक्ष से लाखों किलोमीटर दूर
शुभांशु शुक्ला हाल ही में Axiom Space के अंतरिक्ष मिशन Axiom-4 का हिस्सा बने, जिसके तहत वे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन तक पहुंचे। अब जब उनका मिशन सफलतापूर्वक पूरा हो चुका है, तो वह पृथ्वी की ओर लौटने की तैयारी में हैं। अंतरिक्ष से दिए गए अपने विदाई संदेश में उन्होंने न सिर्फ मिशन की बात की, बल्कि भारत और भारतीयों के लिए अपने गहरे भाव व्यक्त किए। उन्होंने कहा, “मेरी यह यात्रा अविश्वसनीय रही। मैं कई अनुभव, यादें और सीख लेकर लौट रहा हूँ।”
राकेश शर्मा की परंपरा को दी नई उड़ान
साल 1984 में राकेश शर्मा ने जब अंतरिक्ष से कहा था, “सारे जहाँ से अच्छा,” तब देश ने खुद को पहली बार अंतरिक्ष में महसूस किया था। चार दशक बाद, शुभांशु शुक्ला ने उसी भावना को आधुनिक भारत की आत्मा से जोड़ते हुए कहा, “आज का भारत भी सारे जहाँ से अच्छा है। यह भारत आत्मनिर्भर है, महत्वाकांक्षी है और भविष्य के लिए तैयार है।”
विज्ञान, संस्कृति और भावनाओं का अनोखा संगम
शुभांशु का मिशन केवल तकनीकी परीक्षणों तक सीमित नहीं रहा। उन्होंने अंतरिक्ष में भारतीय फसलों जैसे मूंग और मेथी पर प्रयोग किए, ताकि भविष्य में अंतरिक्ष यात्रियों के खानपान में भारतीय तत्व भी शामिल हो सकें। अपने ह्यूमर के लिए भी जाने जाने वाले शुभांशु ने कहा, “अब जब मैं वापस लौटूंगा, तो सबसे पहले माँ के हाथ की बनी खिचड़ी खाऊंगा।” उनकी यह बात सुनकर देशभर में लाखों चेहरों पर मुस्कान फैल गई।
लखनऊ से उठी उड़ान, देश को दिया गर्व
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से ताल्लुक रखने वाले शुभांशु शुक्ला बचपन से ही अंतरिक्ष और विज्ञान के प्रति आकर्षित थे। भारतीय वायुसेना में अपनी सेवाएं देते हुए उन्होंने एक दिन अंतरिक्ष तक पहुँचने का सपना देखा, और उसे साकार भी कर दिखाया। उनकी यह उपलब्धि सिर्फ एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि उन सभी युवाओं की प्रेरणा है जो बड़े सपने देखते हैं और उन्हें हकीकत में बदलने का साहस रखते हैं।