दिल्ली विश्वविद्यालय विद्वत परिषद की 1018वीं बैठक का आयोजन कुलपति योगेश सिंह की अध्यक्षता में शुक्रवार को विश्वविद्यालय के काउंसिल हाल में किया गया। अकादमिक परिषद की बैठक के दौरान एक साथ दो डिग्री प्राप्त करने के प्रावधान की प्रयोज्यता पर भी विचार करने के उपरांत उसे पारित कर दिया गया। इसके तहत एक डिग्री विश्वविद्यालय के कालेजों/विभागों में नियमित मोड में और दूसरी डिग्री दिल्ली विश्वविद्यालय के स्कूल आफ ओपन लर्निंग, कैंपस आफ ओपन लर्निंग में ओपन और डिस्टेंस लर्निंग मोड में की जा सकती है। बैठक के आरंभ में कुलपति ने विश्वविद्यालय की विभिन्न गतिविधियों की विस्तृत रपट प्रस्तुत की। बैठक के दौरान एजंडे पर चर्चा से पहले शून्य काल के दौरान परिषद के सदस्यों ने अनेकों मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की और अपने-अपने विचार एवं सुझाव प्रस्तुत किए। शून्य काल के दौरान एक सदस्य की ओर डाक्टर बीआर आंबेडकर पीठ पर पूछे गए प्रश्न के उत्तर में कुलपति की ओर से बताया गया कि यूजीसी को पीठ के लिए प्रस्ताव भेजा गया है, वहां से अनुमति मिलते ही पीठ स्थापित कर दी जाएगी। योगेश सिंह ने बताया कि डीयू में पहली बार स्नातक स्तर पर रूसी पाठ्यक्रम शामिल किया गया है। विद्वत परिषद की बैठक के दौरान यूजीसीएफ 2022 के आधार पर कला संकाय के स्लावोनिक और फिनो उग्रियन अध्ययन विभाग के तहत बीए (आनर्स) में रूसी पाठ्यक्रम को भी मंजूरी प्रदान की गई। कुलपति ने बताया कि डीयू में पहली बार स्नातक स्तर पर रूसी पाठ्यक्रम शामिल किया गया है। उन्होंने बताया कि इससे पहले यह पाठ्यक्रम स्नातकोत्तर में पढ़ाया जाता था। एसी की बैठक के दौरान इस संबंध में कला संकाय द्वारा की गई सिफारिशों को मामूली संशोधनों के साथ स्वीकार करते हुए पाठ्यक्रम को पारित कर दिया गया। इस पाठ्यक्रम को शैक्षणिक सत्र 2024-2025 से लागू किया जाएगा। दिल्ली सरकार द्वारा वित्त पोषित 12 कालेजों में शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया पर कुलपति ने कहा कि सभी कालेजों को 31 जुलाई, 2024 तक रिक्तियों पर नियुक्ति के लिए विज्ञापन जारी करने बारे कहा जाएगा। विद्वत परिषद से आए एक सुझाव पर संज्ञान लेते हुए कुलपति ने दिल्ली विश्वविद्यालय और उससे संबद्ध कालेजों के शिक्षकों की वरीयता को लेकर गठित कमेटी में विद्वत परिषद से तीन सदस्य नामांकित करने को भी मंजूरी प्रदान की। बैठक के आरंभ में डीयू कुलसचिव विकास गुप्ता ने पिछली बैठक के मिनट्स पुष्टिकरण के लिए अकादमिक परिषद के समक्ष रखे और 1016वीं और 1017वीं बैठक में लिए गए निर्णयों पर ‘कार्रवाई रपट’ को अकादमिक परिषद के समक्ष प्रस्तुत किया। बैठक के दौरान अकादमिक परिषद की स्थायी समिति की 25 जून, 2024 को आयोजित हुई बैठक की सिफारिशों पर विचार करते हुए विभिन्न विभागों एवं कालेजों के पाठ्यक्रमों, शिक्षण पद्धति और मूल्यांकन में उपयुक्त संशोधन को स्वीकार किया गया।
एक डिग्री विश्वविद्यालय के कालेजों/विभागों में नियमित मोड में और दूसरी डिग्री दिल्ली विश्वविद्यालय के स्कूल आफ ओपन लर्निंग, कैंपस आफ ओपन लर्निंग में ओपन और डिस्टेंस लर्निंग मोड में की जा सकती है।