पेरिस ने ठीक 100 वर्ष पहले 1924 में अंतिम बार ओलिंपिक की मेजबानी की थी. यह चार मई से 27 जुलाई, 1924 तक चला था. एक बार फिर से यहां पर 26 जुलाई से 11 अगस्त तक खेलों का सबसे बड़ा महाकुंभ ओलिंपिक गेम्स का आयोजन होने जा रहा है, तो यह शहर फिर से जश्न मनाने के लिए तैयार है. 1924 में जब पेरिस में ओलिंपिक का आयोजन किया गया था, तो इसमें भाग लेनेवाले एथलीटों व अधिकारियों के ठहरने के लिए पहली बार ओलिंपिक विलेज की शुरुआत की गयी थी. इसे लकड़ी से बनाया गया था. प्रत्येक में तीन बिस्तर थे. वहीं इस बार आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित अपार्टमेंट में खिलाड़ी ठहरेंगे. इस बार के ओलिंपिक विलेज में 2,800 अपार्टमेंट हैं.
10 हजार से अधिक एथलीट शामिल
- 26 जुलाई को इस बार होगा उद्घाटन, 11 अगस्त को समापन समारोह
- पहली बार होगा जब पुरुष और महिला एथलीटों की स्पर्धाएं बराबर होंगी
- 32 अलग-अलग खेल प्रतियोगिताएं में 10,500 एथलीट चुनौती देंगे
- खेलों के दौरान विभिन्न स्पर्धाओं के लिए कुल 10 मिलियन टिकट उपलब्ध कराये गये हैं
- 206 देशों के इसमें शामिल होने की उम्मीद है, 200 से अधिक एनओसी और आइओसी शरणार्थी चुनौती देंगे
हर पदक में एफिल टावर का एक टुकड़ा शामिल
ओलिंपिक गेम्स के हर एक मेडल को एफिल टॉवर के एक ओरिजिनल लोहे के टुकड़े को जोड़ा गया है. फ्रांस व पेरिस के प्रतिष्ठित स्मारक के बीच तालमेल बनाने के लिए पेरिस 2024 ने एलवीएमएच ग्रुप की कंपनी चौमेट के साथ मेडल की डिजाइन पर काम किया है.
पहली बार नदी में होगा उद्घाटन समारोह
पहली बार है जब किसी ओलिंपिक का उद्घाटन समारोह नदी में आयोजित होगा. एथलीटों का परेड सीन नदी पर आयोजित किया जायेगा, जिसमें प्रत्येक राष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल के लिए नावें होंगी. नावों में कैमरे लगे होंगे, ताकि टेलीविजन व ऑनलाइन दर्शक एथलीटों को करीब से देख सकें.
इस बार एआइ की होगी अहम भूमिका
ओलिंपिक कमेटी खेलों की सुरक्षा से लेकर मनोरंजन तक में एआइ (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) का इस्तेमाल करेगी. एआइ की मदद से महज 10 सेकेंड के भीतर वीडियो का एनालिसिस कर निर्णय दिये जा सकेंगे.