हिमाचल प्रदेश के तीन जिलों में बादल फटने के बाद आई बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में 45 से अधिक लापता लोगों को ढूंढने के लिए शुक्रवार को भी बचाव अभियान जारी रहा। अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि की है।
कुल्लू के निरमंड, सैंज और मलाना, मंडी के पधर और शिमला के रामपुर में अचानक आई बाढ़ से मरने वालों की संख्या तीन और शव मिलने के बाद बढ़कर आठ हो गई है। शुक्रवार को अधिकारियों ने बताया कि मंडी के राजबन गांव में पांच शव मिले हैं, जबकि कुल्लू के निरमंड और शिमला के रामपुर से क्रमशः एक और दो शव बरामद हुए हैं। अधिकारियों ने यह भी जानकारी दी कि राजबन में मिले दो शव नौ वर्षीय अमन और आठ वर्षीय आर्यन के हैं। लापता लोगों के परिवारजन घटनास्थल पर डेरा डाले हुए हैं और अपने प्रियजनों की खोजबीन कर रहे हैं।
कुल्लू के उपायुक्त तोरुल एस रवीश ने जानकारी दी कि जिले के मणिकर्ण क्षेत्र में मलाना द्वितीय विद्युत परियोजना स्थल पर फंसे 33 लोगों को गुरुवार की रात और शुक्रवार की सुबह सुरक्षित बचा लिया गया।
सबसे अधिक नुकसान शिमला जिले के रामपुर उपसंभाग के समेज क्षेत्र में हुआ है। बुधवार रात को श्रीखंड महादेव के पास बादल फटने से सरपारा, गानवी और कुर्बन नालों में अचानक बाढ़ आ गई, जिससे इस क्षेत्र में भारी तबाही हुई है।