- FY 2022-23 में 70% व्यक्तिगत इंट्राडे ट्रेडर्स ने शुद्ध नुकसान उठाया।
- FY19 से FY23 के बीच इंट्राडे ट्रेडिंग भागीदारी में 300% की वृद्धि हुई।
- युवा ट्रेडर्स (30 वर्ष से कम) अब 48% इंट्राडे ट्रेडर्स का हिस्सा बनाते हैं, जो FY19 में 18% था।
- नुकसान उठाने वाले ट्रेडर्स अधिक बार ट्रेडिंग करते हैं, जिससे उनके ट्रेडिंग लागत में वृद्धि होती है।
- छोटे शहरों और कस्बों से भागीदारी में महत्वपूर्ण वृद्धि देखी गई है।
SEBI के अध्ययन में इक्विटी कैश सेगमेंट में चिंताजनक रुझान
Published on July 27, 2024 by Vivek Kumar
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) द्वारा किए गए एक हालिया अध्ययन ने इक्विटी कैश सेगमेंट में कुछ चौंकाने वाले रुझानों का खुलासा किया है। इस अध्ययन में FY 2018-19 से FY 2022-23 तक के डेटा का विश्लेषण किया गया, जिससे यह पता चला कि अधिकांश व्यक्तिगत इंट्राडे ट्रेडर्स को शुद्ध नुकसान होता है।
मुख्य निष्कर्ष:
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