उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में आयोजित एक सत्संग में भगदड़, 116 की मौत

सत्संग में पहुंचे थे 80 हजार से ज्यादा लोग, आयोजन स्थल से पहले निकलने की आपाधापी में हुई घटना

उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सिकंदराराऊ थाना क्षेत्र के फुलराई गांव में आयोजित एक सत्संग में मंगलवार को भगदड़ मच गयी. अलीगढ़ के आइजी शलभ माथुर ने बताया कि भगदड़ में 116 लोगों की मौत हो गयी, जबकि दर्जनों लोग घायल हो गये. मरने वालों में महिलाएं और बच्चे ज्यादा हैं. कई लोगों की हालत गंभीर है. मृतकों की संख्या बढ़ सकती है.

हादसा इतना हृदय विदारक था कि चारों ओर लाशें बिखरी पड़ी थीं. लाशों और घायलों को जैसे- तैसे अस्पताल पहुंचाया गया. वहां भी लाशों का ढेर लग गया. घायलों की जान बचाने के लिए जहां जगह मिली, वहीं उनका इलाज शुरू किया गया. हथरस के आपसपास के जिलों के भी अस्पतालों को अलर्ट किया गया. 27 शवों का पोस्टमार्टम पड़ोसी जिले एटा में किया गया. हादसा उस वक्त हुआ, जब सत्संग खत्म होने के बाद लोग आयोजन स्थल से बाहर निकल रहे थे.

यह सत्संग भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि नामक प्रवचनकर्ता का था. सत्संग में हथरस के आसपास के जिलों के अलावा पड़ोसी राज्यों से भी करीब 80 हजार से अधिक लोगों की भीड़ जुटी थी. पीएम मोदी ने हादसे पर दुख जताते
हुए पीड़ितों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया.

प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा

जिस हॉल में आयोजन हुआ था, वह छोटा था. बाहर निकलने का गेट संकीर्ण था. सत्संग खत्म होने के बाद अचानक भीड़ बाहर निकलने लगी. ऐसे में धक्का-मुक्की हुई, जिससे भगदड़ मच गयी. भक्तों में ज्यादातर महिलाएं थीं. वे एक-दूसरे पर गिरती चली गयीं और हजारों की भीड़ उनके ऊपर से निकल गयी. अन्य प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सत्संग होने के बाद नारायण साकार हरि का काफिला निकला, जिसे रास्ता देने के लिए भीड़ को रोका गया. काफिला गुजर जाने के बाद भीड़ को अचानक छोड़ दिया गया. इससे भगदड़ मची. वहीं, कुछ ने बताया कि प्रवचनकर्ता के दर्शन और चरण-रज लेने के लिए अनुयायियों में होड़ लग जाने और वहां की जमीन कीचड़ एवं फिसलन भरी होने से भगदड़ मची.

कौन हैं ‘भोले बाबा’

भोले बाबा का असली नाम नारायण साकार हरि है. वह एटा जिले की पटयाली तहसील के गांव बहादुर नगरी के रहने वाले हैं. वह सरकारी नौकरी छोड कर 26 साल से पत्नी के साथ प्रवचन कर रहे हैं. उनके अनुयायी पश्चिम उप्र, मप्र, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और उत्तराखंड में ज्यादा हैं. हर महीने पहले मंगलवार को उनका सत्संग होता है.

“हाथरस जिले में हुए हादसे में महिलाओं और बच्चों सहित कई श्रद्धालुओं की मौत की खबर हृदय विदारक है. मैं उन लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं, जिन्होंने परिवार के सदस्यों को खो दिया”. – द्रौपदी मुर्मू, राष्ट्रपति

“हाथरस की घटना में मारे गये लोगों के प्रति मैं संवेदना प्रकट करता हूं और घायलों के शीघ ठीक होने की कामना करता हूं, प्रशासन राहत एवं बचाव कार्य में जुटा हुआ है”. – नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री

“सत्संग में भगदड़ मच जाने से कई श्रद्धालुओं की मृत्यु की खबर बेहद पीड़ादायक है. शोकाकुल परिवारों के प्रति हम गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हैं और घटना पर दुख प्रकट करते हैं.” – मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस अध्यक्ष

“हाथरस की घटना दुखद है. मामले की गहन जांच होगी. मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख तथा घायलों को 50-50 हजार की आर्थिक सहायता दी जायेगी. घटनाक्रम पर मेरी नजर है.” – योगी आदित्यनाथ, सीएम

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