महाराष्ट्र, पुणे: महाराष्ट्र के पुणे में एक निजी विद्यालय में गुरुवार को परोसे गए सैंडविच खाने के बाद लगभग 30 छात्रों की तबियत बिगड़ गई। इन छात्रों को संदिग्ध खाद्य विषाक्तता के कारण तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। प्राथमिक उपचार के बाद सभी छात्रों को छुट्टी दे दी गई।
अस्पताल में भर्ती छात्रों की स्थिति
पिंपरी-चिंचवड़ के चेतना अस्पताल के डॉक्टर धनंजय पाटिल ने बताया कि गुरुवार दोपहर 3 बजे तक करीब 30 छात्रों को भर्ती किया गया था। उन्होंने कहा कि शुरुआत में 18 छात्रों को दोपहर 1 बजे लाया गया, जिन्हें उल्टी, पेट में दर्द, और चक्कर आने की शिकायत थी। सभी छात्रों की हालत स्थिर है और वे खतरे से बाहर हैं।
सैंडविच की संभावित विषाक्तता
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) शिवाजी पवार ने बताया कि स्कूल ने कक्षा 5 से 7 तक के लगभग 350 छात्रों को नाश्ते में सैंडविच परोसा था। सैंडविच खाने के बाद कुछ छात्रों को उल्टी होने लगी, जिसके कारण उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा। डॉ. पाटिल ने कहा कि संदिग्ध खाद्य विषाक्तता का कारण स्कूल में नाश्ते के दौरान परोसे गए सैंडविच हो सकते हैं।
पिछले मामले की पुनरावृत्ति
यह घटना पहली बार नहीं है। एक अक्टूबर को ठाणे के कलवा सह्याद्री स्कूल में 38 छात्रों को खिचड़ी खाने के बाद फूड प्वाइजनिंग की शिकायत के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इससे पहले, अगस्त में पालघर जिले में आश्रम स्कूलों के कम से कम 50 छात्र जहरीले खाने के कारण बीमार पड़ गए थे।
पुलिस मामले की जांच कर रही है और सैंडविच की सामग्री का परीक्षण किया जाएगा। इस घटना ने खाद्य सुरक्षा और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों को फिर से उजागर किया है, जिससे यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि स्कूलों में परोसे जाने वाले भोजन की गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए।