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Today is the third Monday of Sawan, do not offer these 6 things on Shivling even by mistake, otherwise Mahadev will get angry[/caption]
Sawan 2024 Somwar Vrat: आज सावन का तीसरा सोमवार व्रत है। इस पावन मौके पर शिवलिंग पर गंगाजल, कच्चा दूध, शहद, दही इत्यादि अर्पित करना शुभ होता है, लेकिन शिवलिंग पर कुछ चीजों को नहीं चढ़ाना चाहिए।
शिवलिंग पर न चढ़ाएं ये चीजें
- तुलसी की पत्ती: सनातन धर्म में पूजा-अनुष्ठान के दौरान तुलसी की पत्ती का इस्तेमाल करना शुभ माना गया है, लेकिन भगवान शिव ने तुलसी के पति असुर जालंधर का वध किया था। इसलिए शिवलिंग पर तुलसी की पत्ती नहीं अर्पित किया जाता है।
- केतकी का फूल: पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, केतकी फूल ने ब्रह्मा जी के झूठ में साथ दिया था, जिससे क्रोधित होकर भोलेनाथ ने केतकी के फूल को श्राप दिया था कि शिवलिंग पर कभी भी केतकी का फूल अर्पित नहीं किया जाएगा। इसलिए शिवलिंग पर केतकी का फूल चढ़ाने की मनाही होती है।
- हल्दी: शास्त्रों के अनुसार, शिवलिंग पुरुष तत्व का प्रतीक है और हल्दी स्त्रियों से संबंधित वस्तु है। इसलिए शिवलिंग पर हल्दी नहीं चढ़ाया जाता है।
- सिंदूर: सुहागिन महिलाओं की सुहाग का प्रतीक सिंदूर भी भगवान शिव को अर्पित करना अशुभ माना गया है। महादेव को भस्म पसंद है और वह सौंदर्य को बिल्कुल भी नहीं पसंद करते हैं। श्रृंगार की सामग्री में शिवजी पर केवल इत्र चढ़ाया जाता है।
- काला तिल: शिवजी का जलाभिषेक करते समय कच्चे दूध या जल में तिल मिलाकर अर्पित नहीं करना चाहिए। मान्यता है कि तिल विष्णुजी के मेल से उत्पन्न हुआ था। इसलिए शिवलिंग पर काला तिल नहीं चढ़ाया जाता है।
- शंख से जल: विष्णुजी का कभी शंख से अभिषेक नहीं करना चाहिए। कहा जाता है कि भगवान भोलेनाथ ने शंखचूड़ नामक राक्षस का वध किया था। यह राक्षस शंख से उत्पन्न हुआ था। इसलिए शिवलिंग पर शंख से जलाभिषेक नहीं किया जाता है।
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य है और सटीक है। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।