तमिलनाडु के युवा कल्याण और खेल विकास मंत्री उदयनिधि स्टालिन को 22 अगस्त से पहले उप मुख्यमंत्री बनाया जाना तय है। इस मामले इतिहास खुद को दोहरा रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री और उदयनिधि के पिता एमके स्टालिन को 2009 के लोकसभा चुनाव के बाद उप मुख्यमंत्री बनाया गया था। सूत्रों के मुताबिक, बतौर मुख्यमंत्री स्टालिन पर काम का बोझ बांटने के उद्देश्य से स्टालिन को नई जिम्मेदारी सौंपे जाने की तैयारी है।
ऐसा माना जा रहा है कि उदयनिधि ने सरकार में व्यापक स्वीकृति हासिल करने और अपने पिता पर बोझ हल्का करने के लिए पदोन्नति पर जोर दिया था। डीएमके के एक वरिष्ठ सूत्र ने पुष्टि की कि उदयनिधि की पदोन्नति तय है और संभवतः 22 अगस्त को सीएम स्टालिन की संयुक्त राज्य अमेरिका की निर्धारित यात्रा से पहले हो जाएगी। इसका मुख्य उद्देश्य मुख्यमंत्री पर से बोझ कम करना है, जिससे शासन सुचारू रूप से चल सके। एक वरिष्ठ मंत्री ने 2026 के विधानसभा चुनावों की तैयारी की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए कहा, ‘इस कदम से उदयनिधि को अहम जिम्मेदारियां निभाने में मदद मिलेगी।’ एक वरिष्ठ मंत्री ने संदेह को खारिज करते हुए कहा कि यह पद थोपा नहीं गया है, बल्कि उदयनिधि ने स्वयं इसका अनुरोध किया था। उपमुख्यमंत्री की भूमिका उदयनिधि को 2026 के चुनाव अभियानों में अधिक प्रमुख भूमिका निभाने में भी सक्षम बनाएगी। डीएमके के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘फेरबदल के फैसले अभी तक अंतिम रूप नहीं लिए गए हैं, लेकिन कई मंत्रियों के प्रदर्शन को ध्यान में रखा जाएगा।’ जनवरी 2024 में मुख्यमंत्री स्टालिन ने अपने बेटे की पदोन्नति की चर्चा को निराधार बताया था। तब उदयनिधि ने भी कहा था कि कैबिनेट में उनके सहित सभी मंत्री मुख्यमंत्री के सहायक के तौर पर काम कर रहे हैं। डीएमके के दो वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि जब तक प्रभावशाली कुछ मंत्रियों को उदयनिधि नहीं छेड़ेंगे, तब तक उन्हें कोई दिक्कत नहीं होगी। 46 वर्षीय उदयनिधि अपनी प्रभावशाली फिल्म कंपनी रेड जायंट्स के लिए भी जाने जाते हैं, जिसकी तमिल और अन्य दक्षिण भारतीय फिल्मों के निर्माण और वितरण में बड़ी हिस्सेदारी है।